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धान खरीदी के सॉफ्टवेयर में बदलाव, नाराज किसानों ने दी आंदोलन की चेतावनी

नई धान नीति से किसान एक बार नाराज नजर आ रहे हैं. धान खरीदी में किए गए बदलाव से किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.

Farmers warn of movement due to change in paddy purchase software in gariaband
नाराज किसान
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Published : Dec 8, 2019, 7:50 AM IST

Updated : Dec 8, 2019, 9:35 AM IST

गरियाबंद: धान खरीदी सॉफ्टवेयर में बदलाव किए जाने पर किसान खासे नाराज हो गए हैं. किसानों ने नीति बदलने की मांग की है. मांग पर विचार नहीं होने की स्थिति में किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी जारी की है. आंदोलन की रणनीति बनाने कोचबाय में सोमवार को एक बैठक रखी गई है.

धान खरीदी सॉफ्टवेयर में बदलाव से नाराज किसान

दरअसल उच्च स्तर से धान खरीदी के सॉफ्टवेयर में बदलाव किए गए हैं. जिससे अब समीतियों में प्रतिदिन धान खरीदी का कोटा तय कर दिया गया है. जो किसानों की नजर में बहुत कम है. किसानों को आशंका है कि समीतियों में खरीदी का कोटा निर्धारण होने से उन्हें लंबा इंतजार करने के बाद भी पूरा धान बिकने की उम्मीद नहीं है.

60 प्रतिशत धान ही बेच पाएंगे किसान
किसान इसलिए भी खासे नाराज हैं कि उन्हें अब नए आदेश के तहत एक साथ पूरा धान बेचने पर रोक लगा दी गई है. किसान अपना 60% धान ही पहली बार मैं बेच सकते हैं. बचे धान के लिए उन्हें दोबारा टोकन कटा कर धान बेचना पड़ेगा. नया नियम आने के पहले दिन जो लोग टोकन के हिसाब से ज्यादा धान लेकर गए थे, उनका आधा धान समितियों ने वापस लौटा दिया.

किसानों ने जड़ा ताला
छुरा समीति में किसानों ने ताला जड़ दिया, वहीं सुहागपुर समिति में धान बेचना बंद कर दिया. कई समितियों में अधिकारियों के साथ किसानों की बहस भी हुई. कुछ समीतियों में किसानों ने सोमवार से उग्र आंदोलन की चेतावनी जारी की है.

जवाब देने से बच रहे अधिकारी
धान खरीदी से जुड़े अधिकारी असमंजस में नजर आए और फिलहाल सॉफ्टवेयर में समस्या के चलते ऐसा होने की बात कह रहे हैं. अधिकारी सवालों पर जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. वहीं विपक्ष में बैठी भाजपा सरकार इस फैसले खिलाफ है और जल्द से जल्द फैसले में बदलाव की मांग कर रही है.

गरियाबंद: धान खरीदी सॉफ्टवेयर में बदलाव किए जाने पर किसान खासे नाराज हो गए हैं. किसानों ने नीति बदलने की मांग की है. मांग पर विचार नहीं होने की स्थिति में किसानों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी जारी की है. आंदोलन की रणनीति बनाने कोचबाय में सोमवार को एक बैठक रखी गई है.

धान खरीदी सॉफ्टवेयर में बदलाव से नाराज किसान

दरअसल उच्च स्तर से धान खरीदी के सॉफ्टवेयर में बदलाव किए गए हैं. जिससे अब समीतियों में प्रतिदिन धान खरीदी का कोटा तय कर दिया गया है. जो किसानों की नजर में बहुत कम है. किसानों को आशंका है कि समीतियों में खरीदी का कोटा निर्धारण होने से उन्हें लंबा इंतजार करने के बाद भी पूरा धान बिकने की उम्मीद नहीं है.

60 प्रतिशत धान ही बेच पाएंगे किसान
किसान इसलिए भी खासे नाराज हैं कि उन्हें अब नए आदेश के तहत एक साथ पूरा धान बेचने पर रोक लगा दी गई है. किसान अपना 60% धान ही पहली बार मैं बेच सकते हैं. बचे धान के लिए उन्हें दोबारा टोकन कटा कर धान बेचना पड़ेगा. नया नियम आने के पहले दिन जो लोग टोकन के हिसाब से ज्यादा धान लेकर गए थे, उनका आधा धान समितियों ने वापस लौटा दिया.

किसानों ने जड़ा ताला
छुरा समीति में किसानों ने ताला जड़ दिया, वहीं सुहागपुर समिति में धान बेचना बंद कर दिया. कई समितियों में अधिकारियों के साथ किसानों की बहस भी हुई. कुछ समीतियों में किसानों ने सोमवार से उग्र आंदोलन की चेतावनी जारी की है.

जवाब देने से बच रहे अधिकारी
धान खरीदी से जुड़े अधिकारी असमंजस में नजर आए और फिलहाल सॉफ्टवेयर में समस्या के चलते ऐसा होने की बात कह रहे हैं. अधिकारी सवालों पर जवाब देने से बचते नजर आ रहे हैं. वहीं विपक्ष में बैठी भाजपा सरकार इस फैसले खिलाफ है और जल्द से जल्द फैसले में बदलाव की मांग कर रही है.

Intro:स्लग---किसान नाराज


एंकर--गरियाबंद में किसान एक बार फिर नई धान नीति से खासे नाराज हो गये है, किसानों ने नीति बदलने की मांग की है, मांग पर विचार नही होने की स्थिति में किसानो ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी जारी की है, आंदोलन की रणनीति बनाने कल एक बड़ी बैठक कोचबाय में रखी गई है Body:दरअसल उच्च स्तर से धान खरीदी के सॉफ्टवेयर में ऐसे बदलाव किए गए हैं जिससे में अब समीतियों में प्रतिदिन धान खरीदी का कोटा तय कर दिया है जो किसानों की नजर में बहुत कम है, किसानों को आशंका है कि समीतियों में खरीदी का कोटा निर्धारण होने से उन्हें लंबा इंतजार करने के बाद भी पुरा धान बिकने की उम्मीद नही है, किसानों को इस नये बदलाव की जानकारी लगी तो किसान खासे नाराज हो गये, छुरा समीति में किसानों ने ताला जड दिया, वही सुहागपुर समिति में धान बेचना बंद कर दिया कई समितियों में अधिकारियों के साथ किसानों की बहस हुई कुछ समीतियों में किसानों ने सोमवार से उग्र आंदोलन की चेतावनी जारी की है, स्थानीय धान खरीदी से जुड़े अधिकारी खुद से लेकर असमंजस में नजर आए और फिलहाल सॉफ्टवेयर में समस्या के चलते ऐसा होने की बात कह कर और कई सवालों पर जवाब देने से बचते नजर आए वहीं भाजपा भी सरकार के इस फैसले खिलाफ है और जल्द से जल्द फैसले में बदलाव की मांग कर रही है। Conclusion:किसान इसलिए भी खासे नाराज हैं कि उन्हें अब नए आदेश के तहत एक साथ पूरा धान बेचने से मना ही हो गई है किसान अपना 60% धान ही पहली बार मैं बेच सकता है बच्चे धान के लिए उसे दोबारा टोकन कटा कर फिर से धान ले जाना होगा कल नए नियम के पहले दिन जो लोग टोकन के हिसाब से अधिक धान लेकर गए थे उनका आधा धान समितियों ने वापस लौटा दिया उन्हें बोरे वापस खाली करवाए गए जिसे लेकर भी किसान खासे आक्रोशित है

बाइट 1--- पन्नालाल ध्रुव किसान..........

बाइट 2---भाजपा नेता.....

बाइट 3---गंगाराम... किसान..........
किसान

बाइट--4--एचआर डडसेना जिला खाद्य अधिकारी
Last Updated : Dec 8, 2019, 9:35 AM IST
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