गरियाबंद : 1 दिसंबर से होनी वाली धान खरीदी के लिए छत्तीसगढ़ में किसानों को टोकन बांटे जा रहे हैं, लेकिन कई स्थानों से बदइंतजामी और किसानों की नाराजगी की खबरें मिल रही हैं. कई जगह किसान टोकन नहीं मिलने से नाराज हैं. गरियाबंद के किसान भी घंटों इंतजार के बाद टोकन नहीं मिलने से सड़क पर उतर आए हैं.
गरियाबंद में धान खरीदी केंद्र के आदेश को निरस्त करने पर गुस्साए किसानों ने मैनपाट के गौराघान में चक्काजाम कर दिया. यहां देहारगुडा, छिदोला, गोपालपुर के किसान चक्काजाम में शामिल हुए हैं. यहां सैकड़ों की संख्या में किसान इक्ट्ठा हुए हैं. किसान लगातार धान खरीदी केंद्र खोले जाने की मांग कर रहें हैं. मौके पर पुलिस प्रशासन और राजस्व अधिकारी मौजूद हैं.
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तैयारियों के संबंध में दिए गए दिशा-निर्देश
⦁ छत्तीसगढ़ में धान बेचने वाले किसानों की संख्या के साथ रकबा भी बढ़ाया गया है.
⦁ किसानों की सुविधा के लिए राज्य में लगभग 260 नवीन धान उपार्जन केन्द्र खोले गए हैं.
⦁ इन केन्द्रों में चबूतरा निर्माण सहित खरीदी केन्द्र के चारों तरफ सुरक्षा के लिए घेरे की व्यवस्था की गई है.
⦁ ड्रेनेज सिस्टम, बारदाना, तालपतरी, कांटा-बांट सत्यापन, मॉस्चर मीटर, बोर्ड लगाने का कार्य पूरा करने के निर्देश.
⦁ राज्य के खरीदी केन्द्रों में दो चरणों में 7 हजार 620 चबूतरों का निर्माण कराने की स्वीकृति दी गई है.
⦁ जिन जिलों में चबूतरा निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं हो पाया है. वे 30 नवंबर तक निर्माण कार्य पूरा कराएं.
⦁ राज्य में गिरदावरी के बाद प्रविष्टि का कार्य 10 नवंबर को समाप्त हो चुका है.
⦁ गिरदावरी के संबंध में किसी भी जिले से कोई प्रस्ताव लंबित नहीं है.
⦁ 1 दिसंबर से धान खरीदी शुरू होने के बाद रकबे में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा.
⦁ रकबे में कोई परिवर्तन या संशोधन की जरूरत हो, उसे 30 नवंबर तक अनिवार्य रूप से पूरा कर लिया जाए.
⦁ एक दिसंबर के बाद सॉफ्टवेयर को लॉक कर दिया जाएगा.
⦁ गिरदावरी के कार्य में अनियमितता पाए जाने पर संबंधितों की जिम्मेदारी तय की जाएगी.