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सरकारी जमीन पर कब्जा कर उगाई फसल, कार्रवाई से नाराज ग्रामीण भूख हड़ताल पर

सरकारी जमीन पर कब्जा कर फसल लगाने वाले ग्रामीणों पर कार्रवाई के बाद उनके परिजन अब भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इनका आरोप है कि प्रशासन चुनिंदा लोगों पर ही कार्रवाई कर रहा है.

Farmer families sits on hunger strike
भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण
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Published : Nov 7, 2020, 4:29 PM IST

Updated : Nov 7, 2020, 6:24 PM IST

गरियाबंद: सरकारी जमीन पर कब्जा कर फसल उगाने वाले सुरसा बांधा के 27 ग्रामीणों पर कार्रवाई के बाद उनके परिजन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों के परिवारवाले राजिम तहसील कार्यालय के बाहर हड़ताल पर बैठे हैं. इनका आरोप है कि जमीन पर 71 लोगों ने कब्जा किया था लेकिन कार्रवाई केवल 27 पर हुई. इनकी फसल ग्राम पंचायत ने कटवा कर बेच दी. अब इनके पास अगले 6 महीने तक रोजी-रोटी चलाने का कोई जरिया नहीं है.

भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

राजिम एसडीएम का कहना है कि सारी कार्रवाई नियम के मुताबिक ही की जा रही है. बचे हुए कब्जाधारियों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उनकी फसल भी जब्त की जा रही है.

कब्जा छोड़ने की दी थी हिदायत

गरियाबंद जिले के गांव-गांव में कब्जाधारियों की भरमार है. लोग सरकारी जमीन पर न केवल कब्जा करते हैं, बल्कि उस पर बकायदा खेती भी करते हैं. ऐसे ही 1 गांव सुरसा बांधा में जब शासकीय कार्य के लिए भवन बनाने के लिए जमीन खोजी गई, तो रिकॉर्ड में तो जगह दिखाई दी, लेकिन पता चला कि वहां 71 ग्रामीणों ने जमीन पर कब्जा कर लिया है. जिसके बाद ग्राम पंचायत ने बैठक बुलाई और ग्रामीणों को कब्जा छोड़ने को कहा. 71 परिवारों में से 27 ग्रामीण तो बैठक में नहीं आए, साथ ही कब्जा छोड़ने को भी तैयार नहीं हुए. बाकी बचे लोगों ने आने वाले समय में कब्जा छोड़ने की बात कही.

Farmer families sits on hunger strike
हड़ताल पर बैठे किसान परिवार

जांजगीर-चांपा: अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे साराडीह बैराज प्रभावित किसान, पिछले 8 सालों से कर रहे हैं मुआवजे की मांग

पंचायत ने कटवाई फसल

जो लोग कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं थे ऐसे 27 लोगों को तहसीलदार से पूछ कर ग्राम पंचायत ने नोटिस दे दिया. इसके बाद आज से 6 दिन पहले पंचायत ने इनकी फसल भी कटवा ली और मंडी में बेचकर इसके पैसे को शासन के खाते में जमा कराने की तैयारी है. अब इन 27 ग्रामीणों और उनके परिवार के सामने जीविकोपार्जन का संकट है. जिससे परेशान इन परिवार के लोगों ने शनिवार दोपहर से तहसील कार्यालय राजिम के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है.

चुनिंदा लोगों पर हो रही कार्रवाई: ग्रामीण

किसान परिवार के सदस्यों का कहना है कि जब तक फसल या उसकी राशि नहीं लौटाई जाती, तब तक वह भूख हड़ताल पर रहेंगे. वहीं इनका आरोप है कि ग्राम पंचायत चुनिंदा लोगों पर ही कार्रवाई कर रहा है. बाकी लोगों पर मेहरबानी बनाए हुए हैं.

गरियाबंद: सरकारी जमीन पर कब्जा कर फसल उगाने वाले सुरसा बांधा के 27 ग्रामीणों पर कार्रवाई के बाद उनके परिजन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. ग्रामीणों के परिवारवाले राजिम तहसील कार्यालय के बाहर हड़ताल पर बैठे हैं. इनका आरोप है कि जमीन पर 71 लोगों ने कब्जा किया था लेकिन कार्रवाई केवल 27 पर हुई. इनकी फसल ग्राम पंचायत ने कटवा कर बेच दी. अब इनके पास अगले 6 महीने तक रोजी-रोटी चलाने का कोई जरिया नहीं है.

भूख हड़ताल पर बैठे ग्रामीण

राजिम एसडीएम का कहना है कि सारी कार्रवाई नियम के मुताबिक ही की जा रही है. बचे हुए कब्जाधारियों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उनकी फसल भी जब्त की जा रही है.

कब्जा छोड़ने की दी थी हिदायत

गरियाबंद जिले के गांव-गांव में कब्जाधारियों की भरमार है. लोग सरकारी जमीन पर न केवल कब्जा करते हैं, बल्कि उस पर बकायदा खेती भी करते हैं. ऐसे ही 1 गांव सुरसा बांधा में जब शासकीय कार्य के लिए भवन बनाने के लिए जमीन खोजी गई, तो रिकॉर्ड में तो जगह दिखाई दी, लेकिन पता चला कि वहां 71 ग्रामीणों ने जमीन पर कब्जा कर लिया है. जिसके बाद ग्राम पंचायत ने बैठक बुलाई और ग्रामीणों को कब्जा छोड़ने को कहा. 71 परिवारों में से 27 ग्रामीण तो बैठक में नहीं आए, साथ ही कब्जा छोड़ने को भी तैयार नहीं हुए. बाकी बचे लोगों ने आने वाले समय में कब्जा छोड़ने की बात कही.

Farmer families sits on hunger strike
हड़ताल पर बैठे किसान परिवार

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पंचायत ने कटवाई फसल

जो लोग कब्जा छोड़ने को तैयार नहीं थे ऐसे 27 लोगों को तहसीलदार से पूछ कर ग्राम पंचायत ने नोटिस दे दिया. इसके बाद आज से 6 दिन पहले पंचायत ने इनकी फसल भी कटवा ली और मंडी में बेचकर इसके पैसे को शासन के खाते में जमा कराने की तैयारी है. अब इन 27 ग्रामीणों और उनके परिवार के सामने जीविकोपार्जन का संकट है. जिससे परेशान इन परिवार के लोगों ने शनिवार दोपहर से तहसील कार्यालय राजिम के बाहर भूख हड़ताल शुरू कर दी है.

चुनिंदा लोगों पर हो रही कार्रवाई: ग्रामीण

किसान परिवार के सदस्यों का कहना है कि जब तक फसल या उसकी राशि नहीं लौटाई जाती, तब तक वह भूख हड़ताल पर रहेंगे. वहीं इनका आरोप है कि ग्राम पंचायत चुनिंदा लोगों पर ही कार्रवाई कर रहा है. बाकी लोगों पर मेहरबानी बनाए हुए हैं.

Last Updated : Nov 7, 2020, 6:24 PM IST
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