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ओडिशा के 43 मजदूरों को आंध्र ले जा रहा था दलाल, छत्तीसगढ़ पुलिस ने रोका

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Published : Dec 22, 2019, 1:01 PM IST

Updated : Dec 22, 2019, 3:30 PM IST

ओडिशा के 43 मजदूर आंध्रप्रदेश के लिए पलायन कर रहे थे, लेकिन गरियाबंद जिला प्रशासन ने पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. श्रम विभाग ने सभी मजदूरों को ओडिशा प्रशासन को सूचित कर वापस भेज दिया है.

Broker was taking 43 laborers of Odisha to Andhra
मजदूरों को आंध्र ले जा रहा था दलाल

गरियाबंद: जिला प्रशासन ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. गरियाबंद प्रशासन को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दलाल एक बस से मजदूरों को आंध्रप्रदेश लेकर जा रहा है. इसके बाद श्रम विभाग और पुलिस की टीम ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है यह सभी मजदूर ओडिशा के रहने वाले हैं.

मजदूरों को आंध्र ले जा रहा था दलाल

दरअसल, श्रम विभाग को कुछ मजदूरों को बस में पलायन करवाने की सूचना मिली थी. श्रम विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और फिर मजदूरों को दलाल के कब्जे से मुक्त कराया. अधिकारियों के मुताबिक 43 मजदूरों को कब्जे में लिया गया है. जिनमें 16 पुरुष 20 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं. सभी मजदूर ओडिशा के नवरंगपुर जिले के देवरी गुड़ा गांव के रहने वाले हैं.

मजदूरों को वापस भेजा ओडिशा

फिलहाल अधिकारियों ने ओडिशा प्रशासन से संपर्क कर मजदूरों को उनके हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से इन्हें ले जाने के लिए अधिकारियों को भेजने के लिए कहा, लेकिन फिर गरियाबंद जिला प्रशासन ने बस की व्यवस्था कर इन मजदूरों को वापस ओडिशा भेज दिया.

श्रम विभाग को मिली सफलता
बता दें कि छत्तीसगढ़ ओडिशा की सीमा पर छत्तीसगढ़ के भी हजारों मजदूर ठीक इसी तरह दलालों के चंगुल में फंसकर पलायन करते हैं. इससे आंध्र प्रदेश के इट भट्ठों में उन्हें बंधक बनाए जाने की सूचना आती रहती है, लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग के अधिकारियों ने मजदूरों को रास्ते पर ही रोक लिया. बताया जा रहा है कि इस तरह की घटनाएं अब तक 10 बार हो चुकी हैं, लेकिन इस बार श्रम विभाग पलायन करने से रोकने में सफल रही.

गरियाबंद: जिला प्रशासन ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. गरियाबंद प्रशासन को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दलाल एक बस से मजदूरों को आंध्रप्रदेश लेकर जा रहा है. इसके बाद श्रम विभाग और पुलिस की टीम ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है यह सभी मजदूर ओडिशा के रहने वाले हैं.

मजदूरों को आंध्र ले जा रहा था दलाल

दरअसल, श्रम विभाग को कुछ मजदूरों को बस में पलायन करवाने की सूचना मिली थी. श्रम विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और फिर मजदूरों को दलाल के कब्जे से मुक्त कराया. अधिकारियों के मुताबिक 43 मजदूरों को कब्जे में लिया गया है. जिनमें 16 पुरुष 20 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं. सभी मजदूर ओडिशा के नवरंगपुर जिले के देवरी गुड़ा गांव के रहने वाले हैं.

मजदूरों को वापस भेजा ओडिशा

फिलहाल अधिकारियों ने ओडिशा प्रशासन से संपर्क कर मजदूरों को उनके हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से इन्हें ले जाने के लिए अधिकारियों को भेजने के लिए कहा, लेकिन फिर गरियाबंद जिला प्रशासन ने बस की व्यवस्था कर इन मजदूरों को वापस ओडिशा भेज दिया.

श्रम विभाग को मिली सफलता
बता दें कि छत्तीसगढ़ ओडिशा की सीमा पर छत्तीसगढ़ के भी हजारों मजदूर ठीक इसी तरह दलालों के चंगुल में फंसकर पलायन करते हैं. इससे आंध्र प्रदेश के इट भट्ठों में उन्हें बंधक बनाए जाने की सूचना आती रहती है, लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग के अधिकारियों ने मजदूरों को रास्ते पर ही रोक लिया. बताया जा रहा है कि इस तरह की घटनाएं अब तक 10 बार हो चुकी हैं, लेकिन इस बार श्रम विभाग पलायन करने से रोकने में सफल रही.

Intro:गरियाबंद-- गरियाबंद जिला प्रशासन ने 93 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है हालांकि मजदूर उड़ीसा के बताए जा रहे हैं जिन्हें एक दलाल आंध्र ले जा रहा था श्रम विभाग ने इन्हें पलायन करने से रोका हैं


Body:श्रम विभाग को कुछ मजदूरों को बस में पलायन करवाने की सूचना मिली थी श्रम विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे बस को रुकवाया और फिर मजदूरों को अपने कब्जे में लेकर पूछताछ की अधिकारियों के मुताबिक कुल 43 मजदूरों को कब्जे में लिया गया है जिनमें 16 पुरुष 20 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं सभी मजदूर ओडिशा के नवरंगपुर जिले के देवरी गुड़ा गांव के रहने वाले हैं फिलहाल अधिकारियों ने उड़ीसा प्रशासन से संपर्क कर मजदूरों को उनको उनके हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है जिला प्रशासन ने उड़ीसा प्रशासन से इन्हें लेने अधिकारियों को बुलवाया गया मगर फिर गरियाबंद जिला प्रशासन ने बस की व्यवस्था कर इन मजदूरों को वापस उड़ीसा भिजवा दिया


Conclusion:हम आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ उड़ीसा की सीमा पर छत्तीसगढ़ के भी हजारों मजदूर ठीक इसी तरह इन्हीं दलालों के चंगुल में फंसकर पलायन करते हैं और फिर आंध्र प्रदेश के इट भट्ठों में उन्हें बंधक बनाए जाने की सूचना आती है जिसके बाद श्रम विभाग के अधिकारियों का दल उन मजदूरों को रेस्क्यू करने अभियान आंध्र प्रदेश जाकर चलाता है इस तरह की घटनाएं अब तक 10 बार हो चुकी है मगर यह पहली बार था जब पलायन कर जाते समय ही रास्ते में रोककर मजदूरों को वापस लौटा दिया गया

बाइट 1-डी एंन पात्र जिला श्रम अधिकारी

बाइट 2 दलाल

बाइट 3 मजदूर


टिप-- इस समाचार में मैंने और विजुअल लिए थे मगर मोजो में अब दिखाई नहीं दे रहे हैं कृपया कम विजुअल से काम चला लीजिए

उक्त खबर गरियाबंद के साथ उड़ीसा के कालाहांडी जिले में भी मैप की जा सकती है

Last Updated : Dec 22, 2019, 3:30 PM IST
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