गरियाबंद: जिला प्रशासन ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. गरियाबंद प्रशासन को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दलाल एक बस से मजदूरों को आंध्रप्रदेश लेकर जा रहा है. इसके बाद श्रम विभाग और पुलिस की टीम ने 43 मजदूरों को पलायन करने से रोकने में सफलता हासिल की है. बताया जा रहा है यह सभी मजदूर ओडिशा के रहने वाले हैं.
दरअसल, श्रम विभाग को कुछ मजदूरों को बस में पलायन करवाने की सूचना मिली थी. श्रम विभाग और पुलिस विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और फिर मजदूरों को दलाल के कब्जे से मुक्त कराया. अधिकारियों के मुताबिक 43 मजदूरों को कब्जे में लिया गया है. जिनमें 16 पुरुष 20 महिलाएं और 7 बच्चे शामिल हैं. सभी मजदूर ओडिशा के नवरंगपुर जिले के देवरी गुड़ा गांव के रहने वाले हैं.
मजदूरों को वापस भेजा ओडिशा
फिलहाल अधिकारियों ने ओडिशा प्रशासन से संपर्क कर मजदूरों को उनके हवाले करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. जिला प्रशासन ने ओडिशा प्रशासन से इन्हें ले जाने के लिए अधिकारियों को भेजने के लिए कहा, लेकिन फिर गरियाबंद जिला प्रशासन ने बस की व्यवस्था कर इन मजदूरों को वापस ओडिशा भेज दिया.
श्रम विभाग को मिली सफलता
बता दें कि छत्तीसगढ़ ओडिशा की सीमा पर छत्तीसगढ़ के भी हजारों मजदूर ठीक इसी तरह दलालों के चंगुल में फंसकर पलायन करते हैं. इससे आंध्र प्रदेश के इट भट्ठों में उन्हें बंधक बनाए जाने की सूचना आती रहती है, लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए श्रम विभाग के अधिकारियों ने मजदूरों को रास्ते पर ही रोक लिया. बताया जा रहा है कि इस तरह की घटनाएं अब तक 10 बार हो चुकी हैं, लेकिन इस बार श्रम विभाग पलायन करने से रोकने में सफल रही.