गरियाबंद: भारी गहमागहमी और कई तरह के कयासों के बीच नगरपालिका के अध्यक्ष पद पर गफ्फू मेमन 3 वोट से विजयी रहे. भाजपा प्रत्याशी गफ्फू मेमन को 15 में से 9 वोट मिले. वहीं कांग्रेस की ओर से प्रत्याशी देवा मरकाम को 6 वोट मिले. नगर पालिका उपाध्यक्ष पद पर भी भाजपा के ही सुरेंद्र सोनटेके उपाध्यक्ष बने हैं. वहीं रिखी यादव को सभापति चुना गया.
बीते डेढ़ महीने से लगातार चले आ रही प्रक्रियाओं के बाद आखिरकार गरियाबंद को आगामी 5 साल के लिए अपना नगर पालिका अध्यक्ष मिल गया. दोनों पार्टियों ने पहले अधिकृत प्रत्याशियों के नाम घोषित किए. इसके बाद चुनाव में सभी ने पूरा दमखम दिखाया. जब परिणाम आए तो कांग्रेस के 5 पार्षद, भाजपा के 8 और जोगी कांग्रेस के 2 पार्षद जीत कर आए.
बीजेपी ने लिया जनता कांग्रेस का सहारा
पूरा खेल तब पलटता नजर आया जब भाजपा के एक उम्मीदवार ने जीत के बाद भाजपा का दामन छोड़ दिया. जिसके बाद भाजपा के पास पार्षदों की संख्या कम हो गई. भाजपा को नगर पालिका अध्यक्ष बनाने के लिए जोगी कांग्रेस के पार्षदों का सहारा लेना पड़ा. चुनाव में हुए मतदान के बाद कांग्रेसी पार्षद पहले ही मतगणना कक्ष छोड़कर बाहर निकल आए.
भाजपा में जश्न का महौल
चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल था. ढोल-नगाड़े के साथ पटाखों से भाजपाइयों ने जश्न मनाया. इस अवसर पर चंद्रशेखर साहू ने कहा कि 'इस चुनाव ने बता दिया कि जनता अभी भी भाजपा के साथ है. उन्हें विश्वास है कि भाजपा ही विकास कर सकती है. यही कारण है कि जिले में तीन जगह भाजपा के अध्यक्ष जीत कर आए हैं. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद जनता ने उन पर विश्वास नहीं किया'.
जीत का श्रेय जनता को: गफ्फू
नगर पालिका के नविर्वाचित अध्यक्ष गफ्फू मेमन ने अपनी जीत के लिए वार्ड नंबर 12 के मतदाताओं और सभी पार्षदों का आभार व्यक्त किया है.