गरियाबंद : ETV भारत की खबर का बड़ा असर हुआ है. राजीव गांधी और सोनिया गांधी को अपने घर में कंदमूल खिलाने वाली बल्दीबाई को आवास देने की तैयारी की जा रही है. हमारे द्वारा इस खबर को प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद कलेक्टर, एसपी और जिला पंचायत सीईओ ने बल्दीबाई के आंगन में चौपाल लगाकर गांव के विकास की योजनाएं भी तैयार की है.
दरअसल, बीहड़ अंचल में बसे कुल्हाड़ीघाट की तस्वीर और वहां के लोगों की तकदीर अब जल्द ही बदलने वाली है. कलेक्टर श्याम धावड़े ने खुद गांव में पहुंचकर ग्रामीणों को इसका भरोसा दिलाया. बता दें कि कुल्हाड़ीघाट पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के गोदग्राम होने के बावजूद वहां बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं. आला अधिकारियों के साथ गांव पहुंचे कलेक्टर श्याम धावड़े ने ग्रामीणों को हरसंभव मदद करने का भरोसा दिलाया है. इस दौरान उन्होंने बल्दीबाई के घर में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी. बता दें कि 14 जुलाई 1984 को राजीव गांधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ बैठकर बल्दीबाई के हाथों कंदमूल खाये थे, लेकिन 35 साल के बावजूद न बल्दीबाई को आवास मिला और न ही गांव का विकास हुआ
ETV भारत ने 27 मई को उठाया था मुद्दा
ETV भारत ने 27 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के गोद ग्राम कुल्हाड़ीघाट पंचायत के लोगों की दुर्दशा और वहां की समस्या को दिखाया था. साथ ही राजीव गांधी और सोनिया गांधी को अपने घर में कंदमूल खिलाने वाली बल्दीबाई की आर्थिक स्थिति से भी अवगत कराया था.
विकास का नया रोडमैप होगा तैयार
खबर दिखाने के अगले दिन से ही हर रोज अलग-अलग विभाग के अधिकारियों ने गांव में पहुंचकर विकास की संभावनाओं को तलाशना शुरू किया. अंत में कलेक्टर श्याम धावड़े ने गांव में पहुंचकर विकास का नया रोडमैप तैयार करने की जानकारी ग्रामीणों को दी. यही नहीं चौपाल में ग्रामीणों ने जो समस्याएं उनके सामने रखी, उसे उन्होंने विभागीय अधिकारियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए.