गरियाबंद : बिंद्रानवागढ़ ग्राम पंचायत में ओडिशा से 11 मजदूर पहुंचे हुए हैं, जो इसी गांव के रहने वाले हैं, लेकिन सभी रोजी-रोटी कमाने ओडिशा के बलांगीर गए थे. वहां वे ईंट भट्ठे में मजदूरी कर रहे थे. बता दें कि लॉकडाउन के बीच गरियाबंद जिले के 1200 से ज्यादा मजदूर देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए हैं. बीते 2 महीने से वे अपने घर वापस आने के लिए बहुत परेशान हैं. बार-बार वीडियो बनाकर सरकार से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें भी वापस लाने की व्यवस्था की जाए.
वहीं ओडिशा से आए इन मजदूरों ने कुछ ऐसा जुगाड़ लगाया कि उन्हें अपने गांव आने में सफलता मिल गई, हालांकि मजदूरों ने पूरी सतर्कता और सावधानी बरतते हुए अपने आने की खबर खुद सरपंच और प्रशासन को दे दी. सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी की जांच की. फिलहाल इन 11 मजदूरों को गांव के स्कूल में क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है. मजदूरों का कहना है कि अपने गांव पहुंचकर वे काफी संतुष्ट हैं, इसीलिए वे इन परिस्थितियों के बावजूद यहां पहुंच गए. इन सबके बीच प्रशासन ने ओडिशा से आए 11 लोगों की पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है.
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CEO सिदार ने दी जानकारी
गरियाबंद जनपद पंचायत के CEO सिदार ने बताया कि वे इस समय मजदूरों के लिए व्यवस्थाएं करने के लिए खमारी पारा में ही मौजूद हैं. सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक सभी को इनकी पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी दी जा रही है. राशन की तकलीफ किसी को न हो, यह भी सुनिश्चित कर लिया गया है. इसके अलावा सभी मजदूरों को हिदायत दी गई है कि वे किसी भी हालत में आने वाले 14 दिनों तक क्वॉरेंटाइन सेंटर यानि स्कूल परिसर से बाहर नहीं जाएं, नहीं तो इन पर FIR दर्ज की जा सकती है. CEO ने यह भी बताया कि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वालों पर भी FIR दर्ज की जा सकती है.