दुर्ग : जान से मारने की धमकी देकर सरपंच के चाचा ने युवती के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. जब शादी के लिए युवती ने दबाव डाला तब युवक ने शादी से इंकार कर दिया. इस बीच युवती गर्भवती हो गुई. युवक ने डरा धकमाकर युवती का गर्भपात भी करा दिया. युवती ने आरोपियों के डर से थाने में न जाकर एसपी से शिकायत की है.
घटना की लिखित शिकायत युवती ने दुर्ग एसपी से की है. पाटन निवासी ओमप्रकाश ठाकुर सरपंच पालेश्वर ठाकुर का रिश्ते में चाचा लगता है. ओमप्रकाश के खेत में गांव की ही एक युवती काम करती थी. ओमप्रकाश ने नवरात्रि के रात युवती के साथ पहली बार दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद वो लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा. इस बीच युवती गर्भवती हो गई. मार्च 2020 में शारीरिक बदलाव नजर आने पर परिवार के लोगों के पूछने पर युवती ने पूरी घटना की जानकारी दी. युवती की मां ने इसकी जानकारी ओमप्रकाश ठाकुर को दी. उसने युवती का गर्भपात कराने की सलाह दी. इसके बाद शादी करने का झांसा भी दिया.
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युवती का कराया गर्भपात
शिकायत पत्र में युवती ने आरोप लगाया कि मर्रा सरपंच पालेश्वर ठाकुर और पूर्व सरपंच तुलाराम वर्मा गांव में दादागिरी करते हैं. इनके राजनीतिक प्रभाव के चलते युवती व उसके माता-पिता पर दबाव डाला जा रहा है. इसके अलावा युवती ने खुद के जान का खतरा भी बताया. युवती के परिजनों पर लगातार जान से मारने का दबाव बनाया जा रहा है. युवती के शिकायत के मुताबिक अप्रैल 2020 को रिसाली के एक अस्पताल में उसका गर्भपात कराया गया. अविकसित शिशु के शव को ओमप्रकाश और उसका सरपंच भतीजा पालेश्वर ठाकुर ने मर्रा गांव में दफन कर दिया. युवती और उसकी मां को शादी की बात याद दिलाने पर ओमप्रकाश ठाकुर अपने सरपंच भतीजे के माध्यम से राजनीतिक पहुंच का हवाला लगातार धमकी देता रहा.