दुर्ग: चुनाव संपन्न होने के बाद चुनाव आयोग द्वारा जारी मतदाता पहचान पत्र कचरे के डब्बे में फेंका मिला है. जिसपर किसी जिम्मेदार की नजर अभी तक नहीं पड़ी है. वहीं जानकारों का कहना है कि ऐसे खुलेआम किसी की जानकारी मिलने से असमाजिक तत्व इसका गलत इस्तेमाल कर सकता है.
कचरे के डिब्बे में मतदाता पहचान पत्र
चुनाव आयोग द्वारा मतदाताओं के पहचान स्वरूप रखे गए पत्र कचरे के डिब्बे में मिले हैं. इन पत्रों में मतदाताओं से जुड़ी अहम जानकारी मौजूद है. ऐसे में किसी भी असामाजिक तत्वों द्वारा इनका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है.
आम आदमी को उठाना पड़ सकता है नुकसान
मतदाता वोट डालकर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं. लेकिन आज उन मतदाताओं कि सम्पूर्ण जानकारी कचरे के ढेर में पड़ी है. ऐसे में प्रशासन की गलती का हर्जाना एक आम आदमी को उठाना पड़ सकता है. चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए मतदान बूथ में ये परिचय पत्र कचरे के डिब्बे में पड़े हैं.