दुर्ग: छत्तीसगढ़ में ईडी की लगातार कार्रवाई के बाद अब CBI की भी एंट्री हो गई है. दुर्ग के पद्मनाभपुर में आयकर अधिवक्ता सुरेश कोठारी के घर 20 सदस्यीय सीबीआई टीम ने दस्तक दी. दरअसल कोलकाता निवासी प्रकाश जायसवाल ने हाईकोर्ट में अपील की थी कि उनके 54 करोड़ रुपयों के शेयर को सुरेश कोठारी, उसके बेटे सिद्धार्थ कोठारी और उसके सीए श्रीपाल कोठारी ने हड़प लिया है.
कोठारी बंधुओं को लेकर CBI पश्चिम बंगाल रवाना: हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने सुरेश कोठारी, उनके बेटे और सीए से पूछताछ किया. करीब 6 घंटे तक चली पूछताछ के बाद तीनों को दुर्ग के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद कोठारी बंधुओं को लेकर CBI के अधिकारी पश्चिम बंगाल रवाना हो गए हैं.
"प्रकाश जायसवाल मुख्य रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं. उन्होंने कोठारी बंधुओं की कंपनी रजत बिल्डकॉन में 54 करोड़ रुपयों के शेयर का निवेश किया था. लेकिन हेराफेरी कर कोठारी बंधुओं ने उनके शेयर को अपने नाम कर लिया. जिसके बाद पश्चिम बंगाल के बरटोला थाने में 420, 467 468 का मामला दर्ज किया गया. आज ढाई साल बाद इस मामले में कार्रवाई हुई है." - अभिषेक दास वैष्णव, प्रकाश जायसवाल के वकील
हाईकोर्ट ने मामला सीबीआई को सौंपा था : प्रकाश जायसवाल ने यह भी बताया कि कोलकाता पुलिस तीनों को गिरफ्तार करने के लिए 5 बार दुर्ग आई, लेकिन स्थानीय पुलिस से सहयोग नहीं मिला. हाईकोर्ट ने इस मामले को सीबीआई जांच के लिए दिया था. जिसके बाद अब कार्रवाई हुई है.
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श्रीपाल कोठारी ने कुछ दस्तावेज को आग के हवाले किया: ऐसी जानकारी भी सामने आई है कि सीबीआई की टीम के पहुंचने से पहले श्रीपाल कोठारी ने अपने पद्मनभापुर स्थित घर में रखे कुछ दस्तावेज को आग के हवाले कर दिया था. सीबीएसई की टीम को इसकी भनक लग गई. जिसके बाद फॉरेसिक टीम को बुलाकर जांच कराई गई.