दुर्ग: रिसाली नगर निगम ने पहले कार्यकाल की बजट बैठक मंगलवार को आयोजित की. इस दौरान नगर निगम की महापौर शशि सिन्हा ने साल 2022-23 का अनुमानित 110 करोड़ का सालाना बजट पेश किया. सीएम भूपेश बघेल की विशेष पहल पर मेयर शशि सिन्हा गोबर का सूटकेस लेकर पहुंचीं. रिसाली को नवा रिसाली बनाने के लिए कई प्रकार के प्रस्ताव पारित किए. इसमें पाइप नेचुरल गैस पीएनजी का प्लांट लगाने का अनोखा प्रस्ताव विशेष रूप से शामिल था. नगर निगम के सभापति केशव बंछोर ने इस प्रस्ताव के विषय में जानकारी दी है. उन्होने बताया कि नेचुरल गैस गोबर और रासायनिक तत्वों से मिलकर बनाई जाएगी. इसका संचालन स्वसहायता समूह से कराया जायेगा. यह एलपीजी से भी कम लागत वाली होगी.
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वहीं विपक्षी पार्षद माया यादव ने सत्ता पक्ष पर इस बात का आरोप लगाया है. विपक्षी पार्षदों को नगर निगम के अधिकारी दरकिनार करने का कार्य कर रहे हैं. आज बजट में भी उनकी नहीं सुनी गई. महज 10 से 15 मिनट में ही बजट पास करवा दिया गया. नवगठित 40 वार्डों वाले रिसाली नगर नगर निगम में कांग्रेस की सत्ता है. इसलिए विपक्षी पार्षदों ने भी बजट को लेकर ज्यादा हो-हल्ला नहीं किया.
बजट पर विपक्ष के धर्मेंद्र भगत, माया यादव और विधि यादव ने ही थोड़ी बहुत चर्चा की. इसके बाद सदन के भीतर बजट प्रस्ताव पारित कर दिया गया. बजट में राजस्व व्यय को लेकर जहां 41.93 करोड़ रुपयों का प्रावधान रखा गया है तो वहीं पूंजीगत व्यय को लेकर 68.43 करोड़ रुपयों का लक्ष्य रखा गया है. इसमें अमृत मिशन, खेल मैदान, सड़क, नाली, बिजली सहित ट्रेचिंग ग्राउंड मिशन क्लीन सहित अन्य सुविधाओं पर खर्च किया जायेगा.
कुल मिलाकर नगर निगम रिसाली का वित्तीय वर्ष 2022-23 का इस बजट को सत्ता पक्ष की तरफ से राज्य शासन की महत्त्वपूर्ण कल्याणकारी और आम नागरिकों की प्राथमिकता को ध्यान में रखकर बनाया गया. वहीं विपक्ष की तरफ से इस बात का आरोप लगाया गया है कि बजट पुस्तिका का न उन्हें अवलोकन करने दिया गया है और न ही उन्हें ठीक तरह से इस पर चर्चा करने का समय दिया गया है.
बीजेपी के पूर्व विधायक सांवलाराम डाहरे का कहना है कि 'बीजेपी पार्षदों को बजट पर कुछ बोलने नहीं दिया गया, उससे पहले ही राष्ट्रगान बजाकर बजट को खत्म कर दिया गया. बजट का हम विरोध करते हैं. इसको लेकर राज्यपाल अनुसुइया उइके के पास बात रखेंगे, यदि कोई हल नहीं निकलता तो उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.'