दुर्ग : दुर्ग जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाले क्रिकेटर ने अंतरराष्ट्रीय मुकाम हासिल किया है. कोलिहापुरी गांव के निवासी क्रिकेटर राजेंद्र देशमुख का टीम इंडिया के इंटरनेशनल क्रिकेट टीम में चयन हुआ हैं. राजेन्द्र इंटरनेशनल क्रिकेट (दिव्यांग) मैच में भाग लेने के लिए दुर्ग से आगरा के लिए रवाना हो चुके हैं. राजेंद्र दिव्यांग कैटेगरी से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने वाले छत्तीसगढ़ के पहले खिलाड़ी हैं.
नेपाल के साथ होगा पहला मुकाबला : कोलिहापुरी में रहने वाले 22 साल के राजेंद्र देशमुख इंटरनेशनल टी-20 मैच खेलेंगे. जिसमें भारतीय टीम का मुकाबला नेपाल के साथ 24 दिसंबर को होगा. राजेंद्र देशमुख पिछले 7 सालों से नेशनल क्रिकेट खेल रहे हैं. उनके ऑल राउंड परफॉर्मेंस को देखकर डीसीसीबीआई (दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया) ने उनका चयन अंतरराष्ट्रीय टीम में किया है.
दिव्यांग कैटेगेरी से पहले इंटरनेशनल प्लेयर : क्रिकेटर राजेंद्र देशमुख मूल रूप से बालोद जिले के छोटे से गांव बूढ़ानपुर के रहने वाले हैं.इससे पहले अविभाजित मध्यप्रदेश में भिलाई से राजेश चौहान का चयन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में हुआ था. वो छत्तीसगढ़ से अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले पहले खिलाड़ी थे.लेकिन उनकी कैटेगरी दिव्यांग नहीं थी.अब राजेंद्र दिव्यांग कैटेगरी से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के पहले खिलाड़ी बन गए हैं.
कैसे हुआ चयन ? : क्रिकेटर राजेंद्र देशमुख का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टीम में चयन नासिक में खेले गए मैच के आधार पर हुआ. राजेन्द्र देशमुख 24 दिसंबर को आगरा में होने वाले भारत और नेपाल के बीच अंतरराष्ट्रीय टी20 क्रिकेट मैच में खेलने जा रहे हैं. राजेंद्र देशमुख के चाचा मोरध्वज देशमुख सब इंस्पेक्टर के पद पर हैं. जिनके सहयोग से राजेंद्र ने मुकाम हासिल किया है. इंटरनेशनल क्रिकेट तक पहुंचने का श्रेय राजेंद्र ने अपने कोच और प्रशिक्षक को भी दिया है.