दुर्ग: लॉकडाउन के तीसरे दिन शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ नजर आई. इससे पहले अब तक सड़कें पूरी तरह से वीरान थी. लेकिन आज सड़कों पर लोगों की आवाजाही बढ़ गई है. जबकि जिला प्रशासन ने आदेश में कहा था कि इस बार सबसे सख्त लॉकडाउन रहेगा. लेकिन जमीनी स्तर पर ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला है. कलेक्ट्रेट परिसर के सामने पटेल चौक पर लोगों की लगातार आवाजाही देखी जा रही है. इस चौक पर मात्र दो-चार पुलिस कर्मी ही तैनात हैं.
ऑटो चालक बरत रहे लापरवाही
दुर्ग जिला कलेक्टर दफ्तर से लगे पटेल चौक पर पुलिस सुस्त नजर आ रहे हैं. जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस प्रशासन लॉकडाउन का पालन कराने के लिए कितना सख्त है. क्योंकि कई ऑटो चालक 7 से 8 लोगों को ऑटो में ठूस कर ले जा रहे हैं. हालांकि पुलिस ने कैमरा देखकर ऑटो चालक को रोका और उन्हें लॉक डाउन के नियमों का पालन करने की समझाइस देकर छोड़ दिया. क्योंकि मौके पर कोई जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं थे, लापरवाही बरतने वालों पर चलानी कार्रवाई नहीं की गई.
सड़कों पर गुजर रही एम्बुलेंस
कोरोना संक्रमितों के साथ ही मौत का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. बढ़ते मौत के आंकड़ों की वजह से शहर की सड़कों पर लगातार एम्बुलेंस भी देखी जा रही है. मरीजों को लगातार अस्पताल पहुंचाया जा रहा है. बावजूद लोगों के साथ ही पुलिस प्रशासन भी लापरवाह नजर आ रहा है.
पुलिस प्रशासन बरत रही सुस्ती
लॉकडाउन के तीसरे दिन पुलिस की सुस्ती दिखाई दी. पुलिस का दावा है कि जिले में 800 जवान तैनात किये गए हैं, लेकिन चौक चौराहों पर एक दो जवान ही नजर आए. सुपेला चौक में तो एक भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था. यहां एक ट्रक का कंडक्टर बैरिकेट हटाता नजर आया. यही स्थिति कमोबेस जिले के हर इलाके में बनी हुई है.
पिछले 6 दिनों के दुर्ग जिले में कोरोना के आंकड़े
तारीख | जिला | कोरोना एक्टिव केस | मौत |
6 अप्रैल | दुर्ग | 1838 | 9 |
5 अप्रैल | दुर्ग | 1169 | 6 |
4 अप्रैल | दुर्ग | 995 | 10 |
3 अप्रैल | दुर्ग | 857 | 10 |
2 अप्रैल | दुर्ग | 964 | 7 |
1 अप्रैल | दुर्ग | 996 | 7 |
दुर्ग में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है. आए दिन हजारों की संख्या में नए मरीजों की पहचान भी हो रही है. मौत के आंकड़े भी लगातार बढ़ रहे हैं. प्रशासन ने इसे रोकने के लिए ही लॉकडाउन का निर्णय लिया था.