दुर्ग : कई दिग्गज नेताओं की नगरी होने के बावजूद दुर्ग में आज भी मूलभूत सुविधाओं की कमी है. लोग बुनियादी सेवाओं के लिए तरस रहे हैं. कांग्रेस के महासचिव मोतीलाल वोरा, बीजेपी की महासचिव सरोज पांडेय, प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू इसी शहर से आते है. इसके बावजूद शहर के लोग गंदगी, पेय जल जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं. दुर्ग नगर निगम में 20 साल से बीजेपी काबिज है. वर्तमान में शहर की हालत सुधारने के लिए विभिन्न कार्य किए गए हैं. जिसे लेकर ने ETV भारत जनता से राय जानने पहुंची. आखिर विकास कार्यों और यहां के नेताओं को लेकर यहां की जनता क्या सोचती है.
एक नजर दुर्ग नगर निगम पर
- कुल वार्ड - 60
- कुल मतदाता - 2 लाख 16 हजार 62
- महिला मतदाता - 1 लाख 9 हजार 234
- पुरुष मतदाता - 1 लाख 6 हजार 804
- अन्य मतदाता - 24
दुर्ग नगर निगम का इतिहास
- 1918 में यह पालिका के रूप में अस्तित्व में आया.
- यहां 1984 में पहला निगम चुनाव हुआ
- दुर्ग नगर निगम पहले महापौर सुच्चा सिहं ढिल्लो
- पहले यहां 40 वार्ड थे अब 20 नए वार्ड और जुड़े
- वर्तमान में महापौर बीजेपी की चंद्रिका चंद्राकर हैं
2014 नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे
- बीजेपी पार्षद - 22
- कांग्रेस पार्षद - 25
- निर्दलीय पार्षद - 13
स्थानीय मुद्दे
- नाली की समस्या
- पेयजल समस्या
- बिजली की समस्या
- जर्जर सड़कें
- यातायात की समस्या
- सफाई की बदहाल स्थिति
5 साल में हुए काम
- अमृत मिशन योजना के तहत पेयजल पहुंचाने का प्रयास
- मुक्तिधाम का सौंदर्यीकरण
- ठगडा बांध पर चौपाटी बनाने को मिली स्वीकृति