दुर्ग/भिलाई/ मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: पूरे छत्तीसगढ़ में मोबाइल मेडिकल यूनिट के कर्मचारी आज से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं. इन कर्मचारियों ने बघेल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इनका आरोप है कि राज्य सरकार इनका वेतन सही समय पर नहीं दे रही है. ये सभी कर्मचारी मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य स्लम योजना के अंतर्गत काम कर रहे हैं.
दुर्ग के कर्मचारियों ने किया हड़ताल: दुर्ग में मोबाइल मेडिकल यूनिट अस्पताल के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि इन्हें पिछले काफी दिनों से समय पर वेतन नहीं मिल रहा है. सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम उठाए, तभी काम किया जाएगा. हम हड़ताल करने के लिए मजबूर हैं. अधिकारियों से चार दिन पहले चर्चा हुई थी, लेकिन अधिकारियों ने ठोस जवाब नहीं दिया था. अब अधिकारी बात करने के लिए सामने नहीं आ रहे हैं.
भिलाई में भी कर्मचारियों ने किया हड़ताल: भिलाई में मोबाइल मेडिकल यूनिट के कर्मचारी हड़ताल पर हैं. समय से वेतन न मिलने के कारण ये सरकार से खासा नाराज है. इनका कहना है कि जब तक इनकी मांग पूरी नहीं हो जाती ये हड़ताल पर रहेंगे.
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में भी कर्मचारी हड़ताल पर: मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य स्लम योजना के कर्मचारी अपने वेतन का नियमित रूप से तय मानदेय भुगतान और वेतन वृद्धि को लेकर तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं. इनका कहना है कि अगर इनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो ये अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएगे.
जानिए क्या है इनकी मांग: इन कर्मचारियों की मांग है कि इनके वेतनमान में वृद्धि हो. वेटरनरी मोबाइल मेडिकल यूनिट में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए तय वेतन 18 से 20 हजार रुपए है. उनके अनुरूप दिया जाए. या फिर एनएचएम के तहत जो वेतन दिया जा रहा है. वह उन्हें दिया जाए. उनके वेतन का भुगतान हर माह की 1 से 5 तारीख के भीतर किया जाए. छोटी-छोटी बातों को लेकर नौकरी से निकालने की धमकी न दी जाए.
क्या है मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य स्लम योजना: मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य स्लम योजना के तहत बस को मोबाइल मेडिकल यूनिट अस्पताल का रूप दिया गया है. इस बस में हर तरह की मेडिकल से जुड़ी चीजें उपलब्ध होती है. बेहतर इलाज की सुविधा दी जाती है. लोगों को मुफ्त में इलाज और जांच की सुविधा मिलती है. इसमें काम करने वाले कर्मचारी आज से हड़ताल पर हैं. ये सभी राज्य सरकार से वेतन विसंगति सहित कई मुद्दों को लेकर नाराज हैं. फिलहाल ये सभी कर्मचारी तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं. इनका कहना है कि अगर मांग पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठेंगे.