दुर्ग: पुरानी भिलाई थाना क्षेत्र के एक साबुन फैक्ट्री में रविवार देर रात भीषण आग लग गई. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड (fire brigade) की गाड़ी ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. आग इतनी भीषण थी उसे बुझाने में 4 घंटे से ज्यादा का समय लग गया.
उमदा रोड स्थित शिव शंकर साबुन फैक्ट्री में आग लगने से लाखों का नुकसान हुआ है. ज्वलनशील केमिकल होने की वजह से आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था. आग बुझाने के लिए 20 से अधिक दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची थी. आग लगने के कारणों का अब तक कुछ पता नहीं चल पाया है. वहीं शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की आशंका जताई जा रही है.
रबर फैक्ट्री में देर रात लगी आग, लाखों का सामान जलकर खाक
ज्वलनशील पदार्थ होने की वजह से आग पर काबू पाने में हुई परेशानी
पुरानी भिलाई थाना प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही मौके पर उनकी टीम पहुंची. फायर ब्रिगेड को इसकी जानकारी दी गई. नगर निगम और बीएसपी की दमकल गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है. फैक्ट्री मालिक ने पुलिस को बताया कि साबुन बनाने में उपयोग ज्वलनशील पदार्थ फैक्ट्री में रखा हुआ था, जो अज्ञात कारणों से लगी आग की चपेट में आ गया. फिलहाल पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है.
छत्तीसगढ़ में बढ़ी आग लगने की घटना
गर्मी बढ़ने के साथ ही छत्तीसगढ़ में आग लगने की घटनाओं में भी वृद्धि हुई है. हाल ही में दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र में स्थित एक रबर फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी. इस घटना में लाखों का नुकसान हुआ था. मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था.
पिछले 1 महीने में आग लगने से हुआ इतना नुकसान
- 20 मार्च को बलरामपुर के ग्राम पंचायत सवनी में पैरावट में अचानक आग लग गई थी. आग लगने कि वजह से किसान का बड़ा नुकसान हो गया था. हालांकि मौके पर पहुंचे दमकल ने बड़ा हादसा होने से बचा लिया था.
- 14 मार्च को जांजगीर में सहकारी बैंक की नई बिल्डिंग में आग लग गई थी. आग लगने से बैंक के अंदर रखा पुराना फर्नीचर और कबाड़ आग की चपेट में आ गया था. स्थानीय लोगों ने बाल्टी से पानी डाल-डालकर आग पर काबू पाया था.
- 11 मार्च को राजधानी के कबीर नगर क्षेत्र के एक आवासीय मकान के ऊपर लगे मोबाइल टावर में अचानक आग लग गई थी. दमकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया था.
- 8 मार्च को वन परिक्षेत्र बहरासी के जंगल सराई (शाल) में अचानक भीषण आग लग गई थी. आग से नर्सरी के भीतर लगे सैकड़ों पेड़ और पौधे जलकर खाक हो गए थे. इसके अलावा जीव-जंतुओं के दम घुटने की आशंका जताई गई.