ETV Bharat / state

टर्की में परचम लहराएगी ममता, अन्तर्राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग में हुआ चयन

कोरबा जिले की ममता को टर्की में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय किक बॉक्सिंग में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है. जहां ममता नेपाल ओपन इंटरनेशनल किक बॉक्सिंग चैम्पियन की तरह टर्की में भी अपना परचम लगराएगी.

टर्की में परचम लहराएगी ममता
author img

By

Published : Nov 21, 2019, 8:54 PM IST

दुर्ग: सुराना कॉलेज में बीपीएड की छात्रा ममता प्रजापति का टर्की में होने वाले किक बॉक्सिंग अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में चयन हुआ है. ममता ने छत्तीसगढ़ से अंडर 50 KG में अपना स्थान बनाया है. जहां वो भारत का प्रतिनिधित्व करेगी.

19 वर्षीय ममता ने पहले भी नेपाल ओपन इंटर नेशनल किक बॉक्सिंग चैम्पियन 2019 में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं. अब उन्हें एक बार फिर से टर्की में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है.

किक बॉक्सिंग का जुनून
ममता प्रजापति कोरबा के एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है. ममता के पिता चंद्रशेखर प्रजापति एक जरनल स्टोर की दुकान चलाते हैं. ममता के परिवार का स्पोर्ट्स से कोई ताल्लुक नहीं था, लेकिन किक बॉक्सिंग का जुनून ने ममता को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया.

स्पॉन्सर की मदद से पाई मुकाम
ममता का कहना है कि विदेशों में होने वाले आयोजन में पैसों की तंगी की वजह से जाना असंभव सा लगता था, लेकिन फेडोरेशन और स्पोंसर की मदद से उनकी यह तकलीफ दूर हो गई. लोगों ने उम्मीदों के साथ उसका सहयोग किया है.

भारत से 6 खिलाड़ी का नाम
ममता ने बताया कि किक बॉक्सिंग में देश से सिर्फ 6 खिलाडी शामिल हो रही हैं. जिसमें से एक ममता है. नवंबर के आखरी सप्ताह में शुरू होने वाला यह इवेंट सप्ताह भर चलेगा. इस स्पर्धा में ममता को दो इवेंट खेलना है, जिसमें पाइंट फाइट और किक लाइट होगा.

दुर्ग: सुराना कॉलेज में बीपीएड की छात्रा ममता प्रजापति का टर्की में होने वाले किक बॉक्सिंग अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में चयन हुआ है. ममता ने छत्तीसगढ़ से अंडर 50 KG में अपना स्थान बनाया है. जहां वो भारत का प्रतिनिधित्व करेगी.

19 वर्षीय ममता ने पहले भी नेपाल ओपन इंटर नेशनल किक बॉक्सिंग चैम्पियन 2019 में गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी हैं. अब उन्हें एक बार फिर से टर्की में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है.

किक बॉक्सिंग का जुनून
ममता प्रजापति कोरबा के एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखती है. ममता के पिता चंद्रशेखर प्रजापति एक जरनल स्टोर की दुकान चलाते हैं. ममता के परिवार का स्पोर्ट्स से कोई ताल्लुक नहीं था, लेकिन किक बॉक्सिंग का जुनून ने ममता को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया.

स्पॉन्सर की मदद से पाई मुकाम
ममता का कहना है कि विदेशों में होने वाले आयोजन में पैसों की तंगी की वजह से जाना असंभव सा लगता था, लेकिन फेडोरेशन और स्पोंसर की मदद से उनकी यह तकलीफ दूर हो गई. लोगों ने उम्मीदों के साथ उसका सहयोग किया है.

भारत से 6 खिलाड़ी का नाम
ममता ने बताया कि किक बॉक्सिंग में देश से सिर्फ 6 खिलाडी शामिल हो रही हैं. जिसमें से एक ममता है. नवंबर के आखरी सप्ताह में शुरू होने वाला यह इवेंट सप्ताह भर चलेगा. इस स्पर्धा में ममता को दो इवेंट खेलना है, जिसमें पाइंट फाइट और किक लाइट होगा.

Intro:दुर्ग के सुराना कॉलेज में बीपीएड की छात्रा ममता प्रजापति ने टर्की में होने वाले किक बॉक्सिंग अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में पुरे छत्तीसगढ़ से अंडर 50 KG में अपना स्थान बनाया है जहाँ वो भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी ... 19 वर्षीय ममता ने पहले ही नेपाल ओपन इंटर नेशनल किक बॉक्सिंग चैम्पियन 2019 में गोल्ड मेडल जित चुकी है एक बार फिर से टर्की में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय स्पर्धा में अपनी प्रतिभा दिखाकर मैडल जीत कर देश को गौरवान्वित करने के लिए आश्वस्त है ..

Body:ममता प्रजापति कोरबा के एक सामान्य परिवार से ताल्लुकात रखने वाली छात्र है इनके पिता चंद्रशेखर प्रजापति एक जरनल स्टोर की दुकान चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते है,,,ममता के परिवार का स्पोर्ट्स से कोई ताल्लुक नही था उनका छोटा भाई भी उन्ही से प्रेरित होकर किक बॉक्सिंग में अपना कैरियर तराश रहा है ... स्कूली शिक्षा के समय ममता मार्शल आर्ट की तरफ झुकाव हुआ फिर कैम्प में खेलने और सिखने की शुरुआत हुयी .. जिसके बाद किक बॉक्सिंग की तरफ कोच के माध्यम से उसका रुझान हुआ... ममता दुर्ग में विगत एक साल से बीपीएड की पढाई के साथ- साथ इस किक बॉक्सिंग की अभ्यास करती है ममता रोजाना सुबह और शाम को अपने साथी के साथ 4 से 5 घंटो तक अभ्यास करती है ... इस कड़ी परिश्रम की बदौलत ही ममता ने टर्की तक का सफ़र तय कर लिया है..

Conclusion:ममता का कहना था कि विदेशो में होने वाले आयोजन में एक आम परिवार का पैसो की तंगी की वजह से जाना असंभव सा लगता था पर फेडोरेशन और स्पोंसर की मदद से उनको यह तकलीफ कभी नही हुयी और आगे बढ़ने के लिए इसी प्रेरणा मिलती है की लोगो ने उम्मीदों के साथ उसका सहयोग किया और उनका लक्ष्य केवल मैडल ही है ..किक बॉक्सिंग में देश से सिर्फ 6 अन्य खिलाडी शामिल होगे जिसमे ममता एक है ...नवम्बर के आखरी सप्ताह में शुरू होने वाला यह इवेंट सप्ताह भर चलेगा ..इस स्पर्धा में ममता को दो इवेंट खेलना है जिसमे पाइंट फाइट और किक लाइट होगा ... अर्जुन के निशाने पर जिस तरह मछली की आँख थी ठीक वैसे ही कोरबा की इस बेटी ने अपनी आँखों पर मैडल जीत कर लाने का सपना बसा लिया है ..प्रदेश की इस बेटी ने जिस तरह अपने पिछले प्रदर्शन में जो कमाल दिखाया है उसे देखकर तो लगता है कि टर्की के इस आयोजन भारत का परचम ज़रूर लहराएगी ...



बाईट :- ममता प्रजापति,किक बॉक्सिंग खिलाडी

कोमेन्द्र सोनकर, दुर्ग
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.