दुर्ग: दुर्ग में हाल ही में खुद को ईडी अधिकारी बताकर ठगी की गई थी. मामले में 6 दिनों से पुलिस टीम ने मुंबई में डेरा डाल रखा है. इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है. अब तक पुलिस ने 90 लाख रुपए नगद और एक कार को रिकवर कर लिया है. मामले में 7 आरोपियों को रिमांड पर लिया गया है. मंगलवार तक पुलिस इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है.
जानिए क्या है पूरा मामला: दरअसल, ये पूरा मामला दुर्ग के मोहन नगर थाना क्षेत्र का है. यहां खुद को ईडी का अधिकारी बताकर राइस मिलर से 2 करोड़ रुपए की ठगी की गई थी. 6 अज्ञात लोग काले रंग की स्कार्पियो से आए. सभी ने खुद को ईडी का अधिकारी बताया और ऑफिस का दरवाजा बंद कर लिया. फिर चावल व्यापारी से डांटडपट करने लगे. आरोपियों ने कहा कि, तुमने काफी कैश छिपा रखे हैं. तुम टैक्स की चोरी कर रहे हो. फिर सभी ऑफिस में छानबीन करने लगे. इस बीच ऑफिस में रखे दो करोड़ रुपयों को पीड़ित ने उन लोगों के हवाले कर दिया. रुपया लेकर सभी आरोपी चावल व्यापारी को अपने साथ स्कॉर्पियो में बैठाकर राजनांदगांव के रास्ते महाराष्ट्र की ओर ले जाने लगे. सभी लगातार चलते वाहन में उससे पूछताछ करने लगे. व्यापारी रास्ते भर मिन्नतें करने लगा. तब राजनांदगांव के सोमनी टोल प्लाजा के पास उसे उतारकर 2 करोड़ रुपये उससे इन ठगों ने ले लिए. फिर सभी आरोपी महाराष्ट्र की ओर रवाना हो गए थे.
"छत्तीसगढ़ के भिलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अफसर बनकर ठगी करने वाले सात आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है.आरोपियों को मुंबई से छत्तीसगढ़ ट्रांजिट रिमांड में लाया गया. उनके पास से लगभग 85 लाख रुपये बरामद हुए हैं. ये पूरी गैंग मुंबई के है. आरोपी इससे पहले गुजरात, बैंगलोर जैसी जगह में ऐसे मामलों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस के सामने आरोपियों को पकड़ने का बड़ा चैलेंज था. इसके लिए अलग-अलग टीमें गठित की गई थीं. टीमें महाराष्ट्र पहुंची. वहां आरोपियों के लोकेशन ट्रेस कर सभी सात आरोपियों को पकड़ा गया." -शलभ सिन्हा, दुर्ग एसपी
आरोपियों ने जुर्म कबूला : पूछताछ में एक आरोपी ने बताया कि कारोबारी से घटना के कुछ दिन पहले मिलकर बिजनेस में निवेश कर ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया गया. इसके बाद जैसे ही उसने कन्फर्म किया कि उसने 2 करोड़ रुपए कैश का इंतजाम कर लिया है. तब सभी आरपियों ने ईडी ऑफिसर बनकर उसके यहां रेड मार दी. बता दें कि ये पूरा वाकया 27 जून का है.