दुर्गः हैदराबाद के चिड़ियाघर में 8 एशियाई शेर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद पूरे देश के चिड़ियाघर में सतर्कता बढ़ा दी गई है. इस सिलसिले में छत्तीसगढ़ के भी चिड़ियाघरों में जू प्रबंधन सतर्क हो गया है. भिलाई इस्पात संयंत्र के मैत्री बाग का जू प्रबंधन भी अलर्ट है. जहां शेरों को नहलाने और खाना खिलाने के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है. कर्मचारी पीपीई किट पहनकर पूरा काम कर रहे हैं. मैत्री बाग में जानवरों को संक्रमण से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.
कोरोना की दूसरी लहर पूरे देश में आफत बनकर आई है. कोविड-19 की इस लहर से त्राहि-त्राहि मच गया है. इंसान के बाद इस वायरस का लक्षण अब जानवरों में भी मिलने लगा है. वहीं हैदराबाद और उत्तर प्रदेश के इटावा जू में शेरों में कोरोना संक्रमण पाए जाने के बाद दुर्ग का मैत्री बाग भी अलर्ट हो गया है.
मैत्री बाग पर्यटकों के लिए कर दिया गया था बंद
मैत्री बाग प्रबंधन ने संक्रमण बढ़ने से पहले ही बाहरी पर्यटकों के जू में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. वहीं अब भिलाई के मैत्री बाग प्रबंधन की ओर से वन्य प्राणियों को सुरक्षित रखने के लिए तमाम उपाय किए जा रहे हैं.
कर्मचारियों का भी रखा जा रहा ध्यान
कोरोना वायरस से कोई कर्मचारी संक्रमित न हो उसके लिए प्रबंधन कर्मचारियों का हर तीन दिन में कोविड टेस्ट करवाता है. साथ ही मैत्री बाग के सभी छोटे कर्मचरियों की भी अब कोरोना जांच होगी. रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही उन्हें जू में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है. कर्मियों के जू में प्रवेश से पहले थर्मल स्कैनिंग और सैनिटाइजिंग किया जा रहा है.
जंगली जानवरों को कोरोना से बचाने कानन पेंडारी-जू में पीपीई किट पहनकर दे रहे खाना
पीपीई किट पहनकर हो रहा काम
मैत्री बाग में पीपीई किट पहनकर कार्य किया जा रहा है. मैत्री बाग में वर्तमान में छोटे-बड़े करीब 380 जानवर हैं. जू प्रबंधन ने शेर, चीतल, हिरन, भालू और अन्य जानवरों की सुरक्षा भी बढ़ा दी है. मैत्री बाग में कार्य करने वाले कर्मचारियों का वैक्सीनेशन भी कराया गया है.