दुर्ग: केंद्र की मोदी सरकार की ओऱ से लागू की गई तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों दुर्ग के रसमडा रेलवे स्टेशन पर रेल रोकने की योजना बनाई थी. प्रशासन की ओर से भी किसानों को रोकने की पूरी तैयारी की गई थी. किसानों को प्रशासन ने रेल रोकने से पहले ही रोक दिया. किसान दुर्ग में रेल नहीं रोक सके. जिला पुलिस और आरपीएफ के जवान स्टेशन के बाहर किसान संगठन के लोगों को रोकने में कामयाब रहे.
किसानो ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के अह्वान पर दुर्ग जिले के छत्तीसगढ़ प्रगीतशील किसान संगठन ने रेल रोको आंदोलन के तहत रसमडा रेलवे स्टेशन पहुंचे थे. जिला प्रशासन औऱ पुलिस के जवानो ने सभी किसानों को स्टेशन में प्रवेश करने से पहले ही रोक लिया. जिसके बाद किसानों ने प्रदर्शन किया और लौट गए.
छत्तीसगढ़ के बीजेपी विधायकों और सांसदों के निवास का घेराव
प्रगितशील किसान संगठन के अध्यक्ष ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ पुरे देश के किसान आंदोलन चल रहा है. किसान केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे है. सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है. आनेवाले दिनों के लिए भी किसान संगठनों ने अहम निर्णय लिया है. किसान छत्तीसगढ़ के बीजेपी विधायकों और सांसदों के निवास का घेराव करेंगे.
बिलासपुर में रेल रोको आंदोलन का रहा आंशिक असर
प्रगीतशील किसान संगठन के संयोजक ने बताया कि देश में किसान सडक की लड़ाई लड़ने को मजबूर हो रहे हैं. इसकी जिम्मेदार मोदी सरकार से ज्यादा कांग्रेस की सरकार है. जब केंद्र में कांग्रेस सरकार थी तब किसानों की लंबित मांगो पर ध्यान नहीं दिया गया. इसमें एमएसपी कानून और स्वामिनाथ आयोग की रिपोर्ट को लागू करने की मांग शामिल थी.