ETV Bharat / state

भिलाई पहुंचे यूरोपीय पक्षी, तालाब और बांध की बढ़ा रहे खुबसूरती

ठंड का मौसम आते ही हर साल भिलाई में यूरोपीय पक्षी प्रजनन के लिए पहुंचते हैं. गुलाबी ठंड के शुरू होते ही ये विदेशी मेहमान हजारों किलोमीटर का सफर तय कर शहर पहुंच चुके हैं.

यूरोपीय पक्षी पहुंचे भिलाई
author img

By

Published : Nov 25, 2019, 11:51 AM IST

Updated : Nov 25, 2019, 12:57 PM IST

दुर्ग: गुलाबी ठंड के शुरू होते ही शहर में विदेशी मेहमानों का आना शुरू हो गया है. लाखों किलोमीटर का सफर तय कर शहर के तालाब और बांधों में यूरोपीय पक्षी पहुंचे हुए हैं. परिवार सहित यूरोपीय पक्षी यहां आकर अपना बसेरा बनाए हुए हैं. यूरोपीय पक्षी में स्ट्रोच, पेटेंट, लिटिल टर्न, पिन टेल जैसे पक्षी है. जो मरोदा डैम और तालपुरी के किनारे इन दिनों देखे जा सकते हैं.

भिलाई पहुंचे यूरोपीय पक्षी

विदेशी पक्षी 30 से 40 की संख्या में भिलाई आये हैं. जहां ये पूरी ठंड रहेंगे और अपना कुनबा बढ़ाएंगे. ये विदेशी पक्षी पूरी यहां रहेंगे. फिर गर्मी का मौसम आते ही ये पूरे परिवार सहित वापस अपने देश लौट जाते हैं.

परिवार के साथ रहते हैं पक्षी

बता दें, ठंड के इस खुशनुमा मौसम में इन यूरोपीय पक्षियों को देखने का एहसास बेहद सुखद होता है. ये पक्षी परिवार के साथ ही रहते हैं और झुंड में ही चलते हैं.

पढ़ें :स्वाइन फ्लू को लेकर दुर्ग जिला प्रशासन अलर्ट, इन 7 अस्पतालों में ही कराएं इलाज

'प्रजनन के लिए मिलता है अच्छा वातावरण'

मैत्री बाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनके जैन का कहना है कि 'ठंड के महीने के दौरान भिलाई में पक्षियों के प्रजनन के लिए अच्छा वातावरण होता है. जिसके कारण कई साल से भिलाई में प्रवासी पक्षी आते हैं और यहां अंडे देकर अपना वंश बढ़ाते हैं. बच्चे होने के बाद ये पक्षी वापस लौट जाते हैं. अन्य राज्य से आने वाले पक्षी सितंबर से अक्टूबर के बीच यहां आते हैं.

दुर्ग: गुलाबी ठंड के शुरू होते ही शहर में विदेशी मेहमानों का आना शुरू हो गया है. लाखों किलोमीटर का सफर तय कर शहर के तालाब और बांधों में यूरोपीय पक्षी पहुंचे हुए हैं. परिवार सहित यूरोपीय पक्षी यहां आकर अपना बसेरा बनाए हुए हैं. यूरोपीय पक्षी में स्ट्रोच, पेटेंट, लिटिल टर्न, पिन टेल जैसे पक्षी है. जो मरोदा डैम और तालपुरी के किनारे इन दिनों देखे जा सकते हैं.

भिलाई पहुंचे यूरोपीय पक्षी

विदेशी पक्षी 30 से 40 की संख्या में भिलाई आये हैं. जहां ये पूरी ठंड रहेंगे और अपना कुनबा बढ़ाएंगे. ये विदेशी पक्षी पूरी यहां रहेंगे. फिर गर्मी का मौसम आते ही ये पूरे परिवार सहित वापस अपने देश लौट जाते हैं.

परिवार के साथ रहते हैं पक्षी

बता दें, ठंड के इस खुशनुमा मौसम में इन यूरोपीय पक्षियों को देखने का एहसास बेहद सुखद होता है. ये पक्षी परिवार के साथ ही रहते हैं और झुंड में ही चलते हैं.

पढ़ें :स्वाइन फ्लू को लेकर दुर्ग जिला प्रशासन अलर्ट, इन 7 अस्पतालों में ही कराएं इलाज

'प्रजनन के लिए मिलता है अच्छा वातावरण'

मैत्री बाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनके जैन का कहना है कि 'ठंड के महीने के दौरान भिलाई में पक्षियों के प्रजनन के लिए अच्छा वातावरण होता है. जिसके कारण कई साल से भिलाई में प्रवासी पक्षी आते हैं और यहां अंडे देकर अपना वंश बढ़ाते हैं. बच्चे होने के बाद ये पक्षी वापस लौट जाते हैं. अन्य राज्य से आने वाले पक्षी सितंबर से अक्टूबर के बीच यहां आते हैं.

Intro:गुलाबी ठंड के शुरू होते ही शहर में विदेशी महमानों का आना शुरू हो गया है। लाखों किलोमीटर का सफर तय कर शहर के तालाब और बांधो में परिवार सहित यूरोपीय पक्षी आकर अपना बसेरा बनाए हुए है। यूरोपीय पक्षी स्ट्रोच, पेटेंट,लिटिल टर्न पिन टेल,जैसे पक्षी है। जो मरोदा डैम और तालपुरी के किनारे इन दिनों देखे जा सकते है।


Body:विदेशी पक्षी 30 से 40 की संख्या में भिलाई आकर रुके हुए है। जहा ये पूरी ठंड रहेंगे और अपना कुनबा बढाएंगे ये विदेशी पक्षी पूरी ठंड भर यहां रहेंगे। और फिर गर्मी का सीजन आते ही ये पूरे परिवार सहित वापस अपने देश लौट जाते है। आपको बता दे कि ठंड के इस खुशनुमा मौसम में इन यूरोपीय पक्षियों को देखने का एहसास बेहद सुखद होता है।हालांकि ये पक्षी परिवार के साथ ही रहते है। और झुंड में ही चलते है। Conclusion:मैत्री बाग के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एन के जैन की माने तो ठंड का समय भिलाई में पक्षियों के लिए प्रजनन करने के लिए अच्छा वातावरण होता है। जिसके कारण कई सालों से भिलाई में प्रवासी पक्षी आते हैं। और यहां अंडे देकर अपना वंश बढ़ाते है और बच्चे होने के बाद वापस लौट जाते हैं। अन्य राज्य से आने वाली पक्षी सितंबर से अक्टूबर के बीच आते हैं।

बाईट-एन.के.जैन ,मुख्य चिकित्सा अधिकारी,मैत्री गार्डन,भिलाई

कोमेन्द्र सोनकर, दुर्ग
Last Updated : Nov 25, 2019, 12:57 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.