दुर्ग: पुलिस ने राहगीरों से लूटपाट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पूरे मामले में चार आरोपी गिरफ्तार किया गया है. जबकि दो आरोपी पुलिस गिरफ्त से अभी भी बाहर है. आरोपी जिले के पांच थाना क्षेत्रों में 17 जगहों पर चोरी, लूट और मारपीट जैसी वारदात को अंजाम दे चुके हैं. आरोपियों के कब्जे से पुलिस को 18 महंगे वाले मोबाइल, एक चोरी का दोपहिया वाहन समेत दो अन्य दोपहिया वाहनों को जब्त किया है.
पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपी बड़े ही शातिर तरीके से प्लानिंग कर रात के अंधेरे में रॉड और चाकू, कटर से लैश होकर लूट की घटना को अंजाम देते थे. वहीं पैदल, बाइक सवार और ट्रक चालकों को भी अपना निशाना बनाते थे. आरोपी रात 9 बजे से 3 बजे के बीच ही ज्यादा वारदात को अंजाम दिया करते थे.
आरोपियों द्वारा लगातार चोरी और लूटपाट की वारदात को अंजाम देने वालो को पकड़ने के लिए पुलिस ने एक अलग से टीम का गठन किया. जिसके द्वारा घटना स्थल के आस-पास लगे CCTV कैमरा के फुटेज को खंगाला गया. जिसमें अज्ञात आरोपियों को पहचाना गया. वहीं पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि एक लड़का बैकुण्ठधाम के पास कुछ मोबाइल रखकर बेचने के लिए ग्राहक तलाश कर रहा है कि सूचना पर टीम द्वारा घेराबंदी कर लड़के को पकड़ा गया. जिससे कड़ाई से पूछताछ करने पर अपना नाम सुनील साहू और अपने साथी बॉबी नायकर, दीपक नायकर, सूरज वर्मा, सूरज उर्फ गोल्डी के साथ मिलकर कई मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया.
चाकू की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम देने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे रात को एक जगह इकट्ठा होकर प्लानिंग करते थे, कि हमे आज किस जगह पर वारदात को अंजाम देना है. बाइक को कौन चलायेगा और मोबाइल कौन लूटेगा. इसके बाद रात करीब 9 बजे प्लानिंग के तहत नेशनल हाइवे में अकेले पैदल चलते व्यक्ति, सुनसान इलाके में खड़े ट्रक के अंदर सो रहे चालक के पास पहुंचकर, उनसे मोबाइल और रुपए छीनकर भाग जाते थे.
अगर घटना का कोई विरोध करता था तो उसके साथ मारपीट भी करते थे. इतना ही नहीं इनके साथ एक ऐसा मास्टर माइंड साथी है जो लूटे गए मोबाइल फोन के सिक्योरिटी क्रैक कर कोड को खोलने में एक्सपर्ट है. इस वारदात को अंजाम देने वाले शातिर चोर गिरोह में 6 लोग शामिल है. जिसमें से चार गिरफ्तार हो चुके है. पकड़े गए आरोपियों में सुनिल साहू, सूरज वर्मा, बॉबी नायकर और प्रभात कुमार शामिल है,जबकि सूरज उर्फ गोल्डी और दीपक नायकर फरार बताया जा रहा है. इस पूरे वारदात का मुख्य आरोपी बॉबी नायकर और दीपक नायकर है जो सगे चचेरे भाई है.
दुर्ग शहर एएसपी संजय ध्रुव ने बताया कि आरोपियों द्वारा पहले भी चोरी और लूटपाट में मामले में जेल में सजा काट चुके है. जिसके बाद जेल से छुड़ाकर बाहर आये थे. बाहर आने के बाद आरोपियों द्वारा दोबारा चोरी और राहगीरों से लूटपाट की वारदात को अंजाम देते रहे थे. आरोपी नेशनल हाइवे के किनारे लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे. पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपियों की पतासाजी के दौरान दो आरोपी लूटपाट किये मोबाइल को बेचने की फिराक में घूम रहे थे.
जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ में वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया है. पकड़े गए आरोपियों के निशादेही पर अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के पास से 18 मोबाइल, 8 हजार नगद और घटना में प्रयुक्त सामान जब्त किया गया है.