दुर्ग: छत्तीसगढ़ का बजट 1 मार्च को पेश होने वाला है. भूपेश सरकार के कार्यकाल का यह तीसरा बजट है. यह बजट छत्तीसगढ़ के साथ सरकार के लिए खास भी है और जरूरी भी, क्योंकि बीता साल कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गया है और राज्य की आर्थिक विकास की गाड़ी धरातल में चली गई है. कोरोना काल में कई नौकरीपेशा लोगों को नौकरी भी गंवानी पड़ी है. व्यवसायियों के साथ आम लोगों को भी भारी आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा है. ऐसे में इस साल लोगों की निगाहें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस बजट पर टिकी है. प्रदेश के ट्विनसिटी दुर्ग-भिलाई के साथ दुर्ग संभाग के लोग भी इस बजट से काफी उम्मीद लगाए बैठे हैं.
प्रॉपर्टी टैक्स में छूट की उम्मीद
भूपेश सरकार के इस बजट से ट्विनसिटी के लोगों को प्रॉपर्टी टैक्स में छूट की उम्मीद है. कोरोना की वजह से उद्योग और व्यापार पर खासा प्रभाव पड़ा है. ऐसे में टैक्स जमा कर पाना मुश्किल हो रहा है. बिजली का बिल भी आसमान छू रहा है. व्यापारियों की मानें तो सरकार से इस बजट में टैक्स और बिजली बिल में रियायत मिलने की उम्मीद है. वैट घटाने की भी मांग व्यापारियों ने की है.
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शिक्षा शुल्क में छूट दे सरकार
दुर्ग-भिलाई एजुकेशन हब के नाम से भी पहचाना जाता है. यहां के लोगों की मानें तो कोरोना ने हर सेक्टर को प्रभावित किया है. ऐसे में सरकार को शिक्षा के क्षेत्र में कुछ छूट देनी चाहिए. मध्यमवर्गीय परिवार के लिए वर्तमान स्थिति में बच्चों की फीस जमा कर पाना मुश्किल है. उनकी पढ़ाई से लेकर कॉपी-किताब की खरीद पर अधिक भार पहुंचता है. इस बजट शिक्षा शुल्क और उससे जुड़ी चीजों में छूट की उम्मीद है.
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बड़ी योजनाओं की उम्मीद
दुर्ग को किसी बड़ी योजना की उम्मीद है. पूर्ववर्ती सरकार की पहल से एजुकेशन के क्षेत्र में आईआईटी का निर्माण हुआ है. वैसा ही कुछ बेहतर इस बजट में आने की उम्मीद है. जिले के 4 निगम फंड के अभाव से जूझ रहे हैं. जिसकी वजह से कई ठेकेदारों की राशि बकाया है. भूपेश सरकार से इस बजट में फंड बढ़ाए जाने की उम्मीद है.
युवाओं को मिले रोजगार
ट्विनसिटी में युवाओं के पास रोजगार की कमी है. इस बजट से युवाओं के लिए कुछ बेहतर की उम्मीद है. ज्यादातर युवा डिग्री लेकर घरों में बैठे हैं. रोजगार नहीं मिलने से उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानी हो रही है. कई युवा गलत रास्ते पर चले जाते हैं.