दुर्ग: UPSC में छत्तीसगढ़ में पहले स्थान पर आने वाली भिलाई की सिमी करण ने देश में 31वां रैंक हासिल किया. बुधवार को कलेक्टर सर्वेश्वर भुरे और पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने UPSC टॉपर सिमी करण का सम्मान किया. सिमी ने छत्तीसगढ़ का नाम रोशन कर इतिहास रच दिया है.
कलेक्टर और एसपी ने सिमी का सम्मान करते हुए कहा कि यह सिर्फ जिले के लिए ही नहीं बल्कि प्रदेश के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि सिमी की सफलता को देखकर और भी छात्र उनसे प्रेरणा लेंगे और आने वाले वक्त में दुर्ग और एजुकेशन हब कहे जाने वाले भिलाई से यूपीएससी में सफलता को प्राप्त करेंगे. कलेक्टर सर्वेश्वर भूरे का कहना था कि वो खुद इस परीक्षा से गुजरे हैं और 25 साल की उम्र में ये सफलता मिली थी. सिमी ने 22 साल की उम्र में ये सफलता हासिल करके खुद को साबित कर दिया है. उनका भविष्य और भी उज्ज्वल है
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सिमी ने साल 2015 में सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा में छत्तीसगढ़ में टॉप किया था. इसके बाद इन्होंने मुंबई में आईआईटी से बीटेक किया. सिमी के पिता डीएन करण भिलाई इस्पात संयंत्र में कार्यरत हैं. सिमी की मां सुजाता करण डीपीएस स्कूल दुर्ग में टीचर हैं.
इंटरनेट के जरिए की पढ़ाई
सिमी करण ने बताया कि यूपीएससी (UPSC) का सिलेबस बहुत कठिन होता है, लेकिन पढ़ने को बहुत कुछ है. साथ ही सही दिशा और स्मार्ट वर्क के साथ बहुत ही कम समय में परीक्षा की तैयारी की जा सकती है. सिमी 2019 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग आईआईटी (IIT) मुंबई से पास आउट हुईं और उसके बाद यूपीएससी (UPSC) की तैयारी में जुट गईं. बिना कोचिंग किए वे यूपीएससी (UPSC) एग्जाम में टॉपर बन गई हैं. सिमी इंटरनेट के जरिए जानकारी जुटाकर पढ़ाई कर इस मुकाम तक पहुंची हैं.