दुर्ग : महादेव ऑनलाइन सट्टा एप का काम करने वाले लोग अब इस अपने ही गिरोह से सुरक्षित नहीं है.महादेव सट्टा एप का काम करने वाले एक शख्स को एप का संचालन करने वाले गुर्गों ने बंधक बना लिया.पुलिस को जब इसकी सूचना परिवार वालों ने दी,तब पुलिस ने महादेव एप को गुर्गों से शख्स को छुड़ाया और आरोपी की गिरफ्तारी की.
गोवा में युवक को बनाया बंधक : पूरा मामला स्मृति नगर थाना क्षेत्र का है. जहां सुयश चंद्राकर नाम का शख्स गोवा में माठू सूर्यवंशी के साथ ऑनलाइन सट्टा का संचालन करने गया था. इस दौरान पुलिस के कार्रवाई के कारण सटोरियों को बिजनेस में घाटा हुआ.सुयश चंद्राकर ने इसके बाद सट्टा संचालन के काम को छोड़ने का मन बनाया और माठू सूर्यवंशी को इसकी जानकारी दी.लेकिन माठू ने अपने साथियों के साथ मिलकर सुयश को बंधक बना लिया. माठू ने सुयश के परिजनों को फोन करके सट्टा के बिजनेस में घाटा लगने की बात कही और सुयश को छोड़ने के लिए 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी.
सुयश के परिजन पहुंचे थाने : सुयश को बंधक बनाने की खबर जैसे ही परिजनों को हुई तो सुयश के पिता संजय ताम्रकार ने स्मृति नगर पुलिस थाने में इस बात की शिकायत की. शिकायत के बाद स्मृति नगर पुलिस ने उच्च अधिकारियों को इस मामले की जानकारी दी.जिसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर गोवा में दबिश दी.जहां से माठू सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया गया.वहीं बंधक बनाए गए सुयश चंद्राकर को छुड़ाया गया.
'' मेंट पूरा नहीं हो पाने के कारण महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के गुर्गों ने सुयश का अपहरण कर लिया था. परिजनों से 10 लाख की फिरौती की मांग कर रहे थे. जिसके बाद परिजनों ने स्मृति नगर थाने में एक लिखित में आवेदन दिया और शिकायत दर्ज कराई.पुलिस की टीम सूचना मिलने के बाद तत्काल एक्टिव हुई. साइबर एक्सपर्ट की मदद से क्राइम और साइबर की टीम ने प्लान बनाया. युवक को गोवा से छुड़ाकर ले आए.'' संजय ध्रुव, ASP
पुलिस ने इस मामले में सुयश का अपहरण करने वाले लोगों को भी गिरफ्तार किया है.साथ ही साथ गोवा के महादेव पैनल को ध्वस्त किया है. आपको बता दें कि एक दिन पहले ही पुलिस ने सेक्टर एक क्षेत्र में चल रहे महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के पैनल का भंडाफोड़ किया था.जिसमें 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.इस मामले में पुलिस ने करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन वाले बैंक खातों को सीज किया है.