दुर्ग: धोखाधड़ी के मामले में पांच साल से फरार चल रहे बाप-बेटा को सुपेला पुलिस ने पुणे (महाराष्ट्र)से गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी प्रार्थी सहित करीब 50 लोगों से डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक रकम लेकर फरार हुए थे. मकान सहित कार, ट्रक के लिये भी बैंक से लोन लिया था. निगम के पूर्व कर्मचारी ने बेटे के साथ मिलकर धोखाधड़ी का खेल किया था.
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जानिए पूरी घटना: सुपेला टीआई सुरेश ध्रुव ने बताया ''प्रार्थी हितेश बक्शी निवासी नेहरू नगर ने थाना सुपेला में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. नेहरू नगर भिलाई नगर ईस्ट स्थित मकान की खरीदी के लिये साल 2017 में आरोपी पक्ष को 15 लाख रुपये बतौर बयाना दिया था. बाद में पता चला कि मकान को आईआईएफएल होम्स लोन में बंधक रखा गया है. प्रार्थी ने अपने पैसे वापस लेने के लिये काफी प्रयास किया, लेकिन आरोपी सहित उसका पूरा परिवार 2017 से ही गायब हो चुका था. काफी प्रयास के बाद भी आरोपी पक्ष के नहीं मिलने पर प्रार्थी हितेश बक्शी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. बेटे ने पुणे में ठेकेदारी का काम जमा लिया था.''
सुपेला टीआई ने बताया '' भूपेन्द्र कुमार सोनी जोन-2 भिलाई नगर निगम में उप अधीक्षक के पद पर पदस्थ था. पुलिस को बताया कि उसका बेटा वरुण कुमार सोनी ट्रांसपोर्ट व्यवसायी था. ओडिशा में ट्रासपोर्ट के कार्य में घाटा होने के कारण मकान को बैंक में गिरवी रखा था. प्रार्थी से झूठ बोलकर 15 लाख रुपये उसी मकान की बिक्री के नाम से लिया था. कर्ज के कारण निगम के अन्य कर्मचारियों के अलावा दुर्ग और भिलाई के लगभग 50 लोगों से डेढ़ करोड़ से ऊपर की उधार हो जाने और लेनदारों के लगातार दबाव बढ़ गया था. योजनाबद्ध तरीके से अपनी नौकरी के सभी फंड को निकालकर पूरे परिवार को लेकर पुणे (महाराष्ट्र) के पास 5 साल पहले जाकर बस गया था.''