दुर्ग: देश में कोरोना वायरस की वजह से किए गए लॉकडाउन से केंद्र और राज्य सरकार को संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसकी वजह से छोटे से बड़े वर्ग के व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है, लेकिन दूसरी ओर प्रदेश के कई जिलों में आसमानी आफत कहर बनकर टूटी है.
जिले के नंदिनी-अहिवारा में पिछले दो दिनों से आई तेज आंधी और बारिश से फसलों को काफी नुकसान हुआ है. तेज आंधी-तूफान की वजह से कई पेड़ गिर गए हैं. जिसमें फलदार वृक्ष जामुन, आम, कटहल, जाम सहित कई अऩ्य पेड़ शामिल हैं. जमीन पर गिरने के कारण पेड़ में लगे फल बर्बाद हो गए हैं.
सोलर पैनल उखड़े
इसके साथ-साथ कीमती फल जैसे रोज एप्पल, वाटर एप्पल सहित बहुत सारे फलों को नुकसान हुआ है. किसानों के फॉर्म हाउस में कैमरा टॉवर और कई सोलर पैनल लगे हुए थे, जिसके माध्यम से बोर चलता था और पौधों को पानी दिया जाता था. तेज आंधी के चलते वह भी पूरी तरह से उखड़ कर गिर गए.
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400 एकड़ की फसलों का हुआ नुकासान
किसान तरुन लोहान ने बताया कि, उनके फार्म हाउस में 400 एकड़ में उगे फल और सब्जियां खराब हो गई हैं. इतने बड़े फार्म हाउस में लॉकडाउन की वजह से पहले से ही काफी नुकसान हो चुका था. उनका कहना है कि, ऐसी स्थिति में किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है. वहीं छोटे वर्ग के किसानों का कहना है कि सरकार से ही कुछ मदद मिल सकती है.