भिलाई: बीएसपी के मैत्रीबाग में जन्में सफेद बाघिन के तीन शावकों का दीदार लोग जल्द कर सकेंगे. 15 अगस्त को शावकों को आम लोगों के देखने के लिए पिंजरे में छोड़ा जाएगा. शावकों के नाम अभी तय नहीं हुए हैं. इसके लिए लोगों से भी सुझाव मंगाए जा रहे हैं.
जल्द किया जाएगा नामकरण: मैत्रीबाग प्रबंधन तीनों शावकों का नामकरण जल्द करेगा. कोई जय-वीरू और धन्नों सुझा रहा है, तो कोई कुछ और नाम. फिलहाल इनके नाम तय नहीं हुए हैं. नामकरण होने के बाद शावकों को सार्वजनिक किया जाएगा.
28 अप्रैल को सफेद बाघिन रक्षा ने तीन शावकों को जन्म दिया था. इन शावकों की पहली तस्वीर और वीडियो जू प्रबंधन ने 11 जून को जारी किया था. शावकों को फिलहाल मां के साथ डॉक्टरों को निगरानी में डार्क रूम में रखा गया है. मैत्रीबाग के डाक्टर 24 घंटे शावकों पर नजर रखे हुए हैं. तीनों शावक पूरी तरह से स्वस्थ बताए जा रहे हैं. वर्तमान में मैत्री बाग में सफेद बाघों की संख्या 9 हो गई हैं.
मैत्रीबाग में हैं नौ वाइट टाइगर: मैत्रीबाग में 9 वाइट टाइगर मौजूद हैं, जिसमें तीन मेल और छह फीमेल हैं. मैत्रीबाग प्रबंधन का कहना है कि भिलाई में वाइट टाइगर के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं. उनकी देखरेख अच्छी होने के कारण यहां पर इनका प्रजनन भी काफी हो रहा है.
1997 में भिलाई आए थे वाइट टाइगर: 1997 में पहली बार भुवनेश्वर के नंदन कानन से वाइट टाइगर का पहला जोड़ा तरुण और तापसी को लाया गया था. उसके बाद से लगातार इनकी वंश वृद्धि हो रही है.