दुर्गः कोरोना संक्रमण (कोविड-19) की वजह से देशभर में लॉकडाउन किया गया है, जिसका सबसे ज्यादा असर फुटकर व्यापारियों और मजदूरों पर पड़ रहा है. लॉकडाउन के चलते उनके सामने राशन और खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई है, हालांकि दुर्ग के ग्रामीण इलाकों में मनरेगा के तहत काम शुरू होने से लोगों ने राहत की सांस ली है.
दरअसल केंद्र सरकार ने दुर्ग जिले को कोरोना संक्रमण के मामले में ग्रीन जोन में रखा है, जिसे देखते हुए कलेकटर अंकित आनंद के निर्देशानुसार मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत काम शुरू कराया गया है. जिले में लगभग सभी ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा का काम शुरू हो चुका है.
पढ़ेंः-सूरजपुर: सरगुजा कमिश्नर ने किया राहत शिविरों का दौरा, बांटी सहायता राशि
कलेक्टर अंकित आनंद ने बताया कि वर्तमान में जिले के 33 हजार से ज्यादा मजदूरों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. उन्होंने कहा कि काम करने के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन के सभी नियमों का पालन कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि मनरेगा में काम कर रहे लोगों की मजदूरी का भुगतान भी जल्द से जल्द किया जाएगा, ताकि उन्हें आर्थिक समस्या का सामना नहीं करना पड़े.