दुर्ग: पंडित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र को अत्याधुनिक बनाने की कवायद चल रही है. भिलाई के सेक्टर 9 में स्थित इस अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग की जा रही है. फिलहाल मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को सेक्टर-9 अस्पताल की सुविधाओं को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं, ताकि यहां की व्यवस्थाओं को अपग्रेड किया जा सके. राज्य सरकार से मिले निर्देश के बाद कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने अस्पताल प्रबंधन से चर्चा की है. सरकार सेक्टर 9 अस्पताल को फिर से देश का प्रतिष्ठित संस्थान बनाना चाहती है. कलेक्टर ने चर्चा कर अस्पताल प्रबंधन से संस्थान की जरूरतों और अपग्रेड मॉडल को लेकर एक रोडमैप तैयार करने के लिए कहा है. जिसके आधार पर आगे की कार्ययोजना भी बनाई जाएगी.
विधायक ने खींचा था ध्यान
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव ने कुछ दिनो पहले ही भूपेश सरकार से 1200 बिस्तरों वाले पं. जवाहर लाल नेहरू सेक्टर-9 अस्पताल को मेडिकल कॉलेज बनाने की मांग की थी. जिसके बाद सरकार ने इस ओर ध्यान देना शुरू किया. दरअसल 1965 में भिलाई का यह अस्पताल बनने के बाद से काफी मशहूर था. BSP कर्मियों के अलावा प्रदेश और देशभर के लोग इलाज कराने के लिए यहां आते थे. एक समय यह पब्लिक सेक्टर का सबसे बड़ा अस्पताल हुआ करता था. अब इसे मेडिकल कॉलेज का दर्जा मिलने से काफी सुविधाएं बढ़ जाएंगी.
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देवेंद्र यादव की इस पहल के बाद सीएम भूपेश बघेल ने कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे को निर्देश दिए कि सेक्टर-9 अस्पताल को पहले की तरह अपग्रेड किया जाए. इसके लिए रोडमैप बनाया जाए और जो भी जरूरत हो, उसके लिए सेल प्रबंधन से बात करे. इसके लिए सरकार भी मदद करेगी.
देवेंद्र यादव ने कहा कि पूरे भिलाईवासियों की तरफ से मुख्यमंत्री का मैं धन्यवाद देना चाहता हूं. पहले की रमन सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने सेक्टर-9 अस्पताल के बारे में कुछ नहीं सोचा. हमने डीएमएफ के पैसे का दुरुपयोग होते हुए देखा है, लेकिन अब डीएमएफ की राशि का सदुपयोग सेक्टर 9 अस्पताल में देखने को मिलेगा.