दुर्ग: पाटन के बठेना गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत मामले को लेकर सियासत जारी है. विपक्ष इस घटना को खुड़मुड़ा कांड की तरह हत्या बताते हुए सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है. इसी बीच घटना के 5 दिन बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अचानक बठेना पहुंच गए. जहां उन्होंने घटना स्थल का जायजा लिया और मृतकों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिजनों से घटना के बारे में विस्तार से चर्चा की. मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि देने के निर्देश दिए.
सीएम ने घटना स्थल का लिया जायजा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ठकुराइन टोला में आयोजित महाशिवरात्रि कार्यक्रम के बाद सीधे बठेना गांव पहुंचे. सीएम भूपेश के साथ संसदीय सचिव कुंवर सिंह निषाद और कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन भी मौजूद रहे. इस दौरान बघेल ने सबसे पहले पैरावट का जायजा लिया. जहां पर रामब्रिज गायकवाड़ की पत्नी और दो बेटियों का शव मिला था. इस दौरान दुर्ग एसपी ने सीएम बघेल को पूरे घटना की जानकारी दी.
एसपी ने सीएम को दी घटना की जानकारी
दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बताया कि पिता पुत्र का शव फंदे पर घर के परछी में झूल रहा था. उन्होंने सीएम को घटना की पूरी जानकारी देते हुए कहा कि पिता का पैर कुर्सी में झूल रहा था, गला पूरी तरह झुक गया था. वहीं बेटे का पैर हवा में था. इसके बाद एक अधिकारी ने सीएम बघेल को अपने मोबाइल से पिता पुत्र का फंदे में लटके हुए शव की फोटो दिखाई. इस दौरान दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, दुर्ग ग्रामीण एडिशन एसपी प्रज्ञा मेश्राम समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
परिजनों ने सीएम से कहा-हमें नहीं दिखाया गया सुसाइड नोट
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने परिजनों से कहा कि रामबृज गायकवाड़ के पास से पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या का जिक्र किया गया है. इसके बाद मृतका के भाई बृज गायकवाड़ ने कहा कि हमें सुसाइड नोट नहीं दिखाया गया है. उसमें क्या लिखा है और क्या नहीं, हमें कोई जानकारी नहीं है.पुलिस ने तो घर पर ताला लगा दिया था. तीन दिन तक घर में ताला लगा हुआ था. इसके बाद सीएम ने अधिकारियों से पूछा परिजनों को सुसाइड नोट क्यों नहीं दिखाया गया. एसपी ठाकुर ने सीएम को बताया कि मृतका की बड़ी बहन के दामाद को दिखाया गया था. उसकी हैंड राइटिंग की भी जांच करवाई गई है. जिसमें उसकी ही राइटिंग होना पाया गया.
परिजनों ने की जांच की मांग
इस दौरान सीएम भूपेश बघेल से चर्चा करते हुए परिजनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है. उन्होंने कहा है कि आखिर कौन सी ऐसी वजह हो सकती है, जिसकी वजह से अपने दोनों बेटियों और पत्नी को मौत के घाट उतारना पड़ा. परिजनों ने कहा कि निश्चित ही कहीं ना कहीं बड़ा दबाव बनाया गया होगा, तभी कोई इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकता है. इधर, परिजनों की मांग के बाद सीएम भूपेश बघेल ने आईजी विवेक विवेकानंद सिन्हा को निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए.
धान बिक्री मामले में कई लोगों से लेनदेन की बात आई सामने
पुलिस के मुताबिक कुछ लोगों के नाम सुसाइड नोट में दिए गए हैं. जिनसे पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. दरअसल, संजू धान खरीद-बिक्री का काम करता था. उसने किसी को धान 68 हजार में बेचा, लेकिन उन्हें सिर्फ 10 हजार ही दिया गया था. एक के धान को 58 हजार में बेचा और सिर्फ 17 हजार दिया गया. इसमें कुछ ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनकी धान को बेच दिया गया है, लेकिन अब तक पैसा नहीं लौटाया. पुलिस सूत्रों की मानें तो पिता-पुत्र के फोन को जब्त की गई है. जिसके कॉल डिटेल भी खंगाले जा रहे हैं. इसके साथ ही बैंक खाता की भी तफ्तीश कर रही है. ईटीवी भारत ने जब दुर्ग एसपी प्रशांत ठाकुर से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि रामबृज कई लोगों से कह चुका था कि वह परेशान हो चुका है. कभी भी आत्महत्या कर लेगा फिलहाल इस मामले की सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस जांच में जुटी है.