दुर्ग: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद पहले तो कांग्रेस पार्टी ने बागी नेताओं पर कार्रवाई की थी. वहीं, अब बीजेपी भी बागियों पर कार्रवाई के मूड में नजर आ रही है. दरअसल, टिकट बंटवारे के समय से ही कई नेताओं में नाराजगी देखने को मिल रही थी. कुछ नेताओं ने तो खुलेआम बगावत छेड़ दिया था. इसे लेकर अब बीजेपी बागियों पर कार्रवाई के मूड में है. इधर, कांग्रेस का कहना है कि यदि भाजपा अपने नेताओं को निष्कासित करती है तो उन नेताओं का कांग्रेस में स्वागत है.
क्या कहते हैं बीजेपी नेता ?: इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बीजेपी के जिला अध्यक्ष बृजेश बिजपुरिया ने कहा कि, "चुनाव संपन्न हो चुका है. अधिकृत प्रत्याशियों की ओर से कई प्रकार की शिकायतें की जा रही है. अगर किसी भी प्रत्याशी या फिर भाजपा के नेताओं की ओर से अधिकृत प्रत्याशी के विरोध में काम करने की बात सामने आती है, तो आगामी समय में ऐसे लोगों की लिस्ट बनाकर उनके खिलाफ अनुशासनहीनता कार्रवाई की जाएगी. हालांकि अब तक किसी भी बीजेपी के प्रत्याशी ने इस तरह की कोई शिकायत नहीं की है. लेकिन अगर शिकायत होगी तो कार्रवाई भी की जाएगी."
बीजेपी के बवाल पर कांग्रेस ने बनाया प्लान : इधर, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष मुकेश चंद्राकर ने कहा कि, "बीजेपी की ओर से जो भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी को निकाला जाता है, उनका हमारी कांग्रेस पार्टी में स्वागत और वेलकम है."
बता दें कि दुर्ग जिले की 6 विधानसभा सीटों में कई कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बीजेपी के अधिकृत प्रत्याशी का जमकर विरोध किया था. बीजेपी के दो बड़े नेता जेपी यादव और संगीता केतन शाह ने तो निर्दलीय विधानसभा चुनाव भी लड़ा है. वैशाली नगर विधानसभा में बीजेपी के प्रत्याशी रिकेश सेन का सबसे ज्यादा विरोध देखने को मिला था. इसके बाद भाजपा अब इन दो प्रत्याशियों के अलावा दो दर्जन से ज्यादा लोगों को पार्टी से निकलने की तैयारी में हैं. वहीं, कांग्रेस बीजेपी के बागियों को निष्कासन के बाद कांग्रेस पार्टी में स्वागत कराने के मूड में है.