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काली कमाई का कुबेर निकला सहकारी बैंक का सीईओ, EOW की छापेमारी में हुआ खुलासा

EOW और ACB की टीम ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के सीईओ की बेनामी संपत्ति मामले में अब तक कई अहम खुलासे कर लिए हैं और अभी भी जांच जारी है.

ceo of district cooperative bank turns out to be millionaire in eow raid in durg
काली कमाई का कुबेर निकला सहकारी बैंक का सीईओ
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Published : Jan 8, 2020, 5:59 PM IST

Updated : Jan 8, 2020, 7:39 PM IST

दुर्ग: जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के CEO की बेनामी संपत्ति मामले में EOW और ACB की टीम ने छापेमारी में अब तक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया है. जबकि जांच में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभवना जताई जा रही है.

काली कमाई का कुबेर निकला सहकारी बैंक का सीईओ

टीम ने कई ठिकानों के साथ-साथ बैंक और दफ्तर में तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, कार, गाड़ियां जब्त की है. वहीं बैंक में भी करोड़ों की जमा रकम का खुलासा हुआ है.

कई बंगले और गाड़ियों की मिली जानकारी
CEO निवसरकर का खुद का एक लॉकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में मिला. जिसमें सोने-चांदी के जेवरात भरे हुए थे. सीईओ के दुर्ग के सिंधिया नगर में एक करोड़ की लागत की बनी दो तल के मकान का भी पता चला है. वहीं साकेत नगर दुर्ग से करीब सवा करोड़ रुपए के बंगले का भी पता चला है.

वहीं CEO के पास से कई महंगी और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की गई है.

करोड़ों की राशि और जमीन का खुलासा

  • EOW और ACB की टीम को CEO की घर की तलाशी में 6 लाख 48 हजार 953 रुपये की राशि मिली है, जबकि बैंक एकाउंट में दो लाख रुपये मिले हैं.
  • बैंक में 40 लाख का फिक्स डिपॉजिट, 50 लाख का LIC में निवेश, बैंक लॉकर में 1 किलो सोना और 1.5 किलो चांदी, जिसकी कुल कीमत 30 लाख रुपये है.
  • वहीं ग्राम आमटी में 3 एकड़ कृषि भूमि जिसकी कीमत करीब 15 लाख रुपये हैं.
  • अभी तक की छापेमार कार्रवाई में करोड़ों रूपये की चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी सामने आई है.

परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा
वहीं इनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा है. जिसकी EOW और ACB को जानकारी लगी है. जिसकी भी तफ्तीश की जा रही है. तफ्तीश के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं.

घर, ऑफिस के अलावा कई ठिकानों पर छापेमारी
मामले में CEO पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)बी, 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीईओ के खिलाफ लगातार EOW को शिकायत मिल रही थी वह किसानों के धान खरीदी के दौरान कांटा मारने और बारदाने खरीदी में कमीशनखोरी जैसे काम करता था. जिसके आधार पर मंगलवार (7 जनवरी 2020) को EOW की टीम ने सीईओ एसके निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की थी.

छापेमारी में ACB के एएसपी महेश्वर नाग, डीएसपी आरके दुबे के नेतृत्व में 20 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी की टीम ने संतोष कुमार निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की.

दुर्ग: जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के CEO की बेनामी संपत्ति मामले में EOW और ACB की टीम ने छापेमारी में अब तक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा किया है. जबकि जांच में और भी कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभवना जताई जा रही है.

काली कमाई का कुबेर निकला सहकारी बैंक का सीईओ

टीम ने कई ठिकानों के साथ-साथ बैंक और दफ्तर में तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकदी, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, कार, गाड़ियां जब्त की है. वहीं बैंक में भी करोड़ों की जमा रकम का खुलासा हुआ है.

कई बंगले और गाड़ियों की मिली जानकारी
CEO निवसरकर का खुद का एक लॉकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में मिला. जिसमें सोने-चांदी के जेवरात भरे हुए थे. सीईओ के दुर्ग के सिंधिया नगर में एक करोड़ की लागत की बनी दो तल के मकान का भी पता चला है. वहीं साकेत नगर दुर्ग से करीब सवा करोड़ रुपए के बंगले का भी पता चला है.

वहीं CEO के पास से कई महंगी और लग्जरी गाड़ियां भी बरामद की गई है.

करोड़ों की राशि और जमीन का खुलासा

  • EOW और ACB की टीम को CEO की घर की तलाशी में 6 लाख 48 हजार 953 रुपये की राशि मिली है, जबकि बैंक एकाउंट में दो लाख रुपये मिले हैं.
  • बैंक में 40 लाख का फिक्स डिपॉजिट, 50 लाख का LIC में निवेश, बैंक लॉकर में 1 किलो सोना और 1.5 किलो चांदी, जिसकी कुल कीमत 30 लाख रुपये है.
  • वहीं ग्राम आमटी में 3 एकड़ कृषि भूमि जिसकी कीमत करीब 15 लाख रुपये हैं.
  • अभी तक की छापेमार कार्रवाई में करोड़ों रूपये की चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी सामने आई है.

परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा
वहीं इनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा है. जिसकी EOW और ACB को जानकारी लगी है. जिसकी भी तफ्तीश की जा रही है. तफ्तीश के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं.

घर, ऑफिस के अलावा कई ठिकानों पर छापेमारी
मामले में CEO पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)बी, 13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीईओ के खिलाफ लगातार EOW को शिकायत मिल रही थी वह किसानों के धान खरीदी के दौरान कांटा मारने और बारदाने खरीदी में कमीशनखोरी जैसे काम करता था. जिसके आधार पर मंगलवार (7 जनवरी 2020) को EOW की टीम ने सीईओ एसके निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की थी.

छापेमारी में ACB के एएसपी महेश्वर नाग, डीएसपी आरके दुबे के नेतृत्व में 20 से अधिक कर्मचारी और अधिकारी की टीम ने संतोष कुमार निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की.

Intro:दुर्ग जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के CEO की करोड़ों की बेनामी संपत्ति का खुलासा के मामले में EOW व ACB की टीम ने छापेमारी में अब तक करोड़ों की संपत्ति का खुलासा कर चुके है , जबकि जांच में और भी कई चौकाने वाले खुलासे होने की संभवना जताई जा रही है । इस मामले में सीईओ पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1)बी,13 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीईओ के खिलाफ लगातार EOW को शिकायत मिल रही थी कि सीईओ द्वारा किसानो के धान खरीदी के दौरान कांटा मारने व बारदाने खरीदी में कमीशनखोरी जैसे शिकायते प्राप्त हुई थी जिसके आधार पर कल EOW की टीम ने दुर्ग के जिला सहकारी केंद्रीय बैक के सीईओ एसके निवसरकर के ठिकानों पर टीम ने छापेमारी की थी। छापेमारी में ACB के एएसपी महेश्वर नाग, डीएसपी आरके दुबे के नेतृत्व में 20 से अधिक कर्मचारी व अधिकारी की टीम ने संतोष कुमार निवसरकर के ठिकानों पर छापेमारी की गई।




Body:टीम ने ठिकानों के साथ-साथ बैंक व दफ्तर में तलाशी के दौरान बड़ी मात्रा में नकद रकम, चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज, कार, गाड़ियां मिली है, वहीं बैंक में भी करोड़ों की जमा रकम का खुलासा भी हुआ है। निवसरकर का खुद का एक लाकर जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में मिला, जिसमें सोने-चांदी के जेवरात भरे हुए थे..सीईओ के दुर्ग के सिंधिया नगर में एक करोड़ की लागत की बनी दो तल के मकान का भी पता चला है। वहीं साकेत नगर दुर्ग करीब सवा करोड़ रुपये के बंगले का भी पता चला है। वहीं 20 लाख की गाड़ियां भी इनके पास मौजूद हैं जिसमे रोनाल्ड डस्टर, मारूति स्वीफ्ट कार के साथ-साथ हीरो प्लेजर जिसकी कीमत 80 हजार रुपये है, वो भी मिला है।


Conclusion:EOW व ACB की टीम को घर की तलाशी में 6 लाख 48 हजार 953 रुपये नगद राशि मिला है, जबकि बैंक एकाउंट में दो लाख रुपये मिला है। बैंक में 40 लाख का फिक्स डिपॉजिट, 50 लाख का LIC में निवेश , बैंक लाकर में 1 किलो सोना और 1.5 किलो चांदी, जिसकी कुल कीमत 30 लाख रुपये हैं। वहीं ग्राम आमटी में 3 एकड़ कृषि भूमि जिसकी कीमत करीब 15 लाख रुपये हैं, अब तक खुलासा हुआ है अभी तक की छापामार कार्यवाही में करोडो रूपये की चल-अचल सम्पत्ति की जानकारी सामने आई है वही इनके परिजनों और रिश्तेदारों के नाम पर भी बैंक में राशि जमा है, जिसकी EOW व ACB को जानकारी लगी है जिसकी भी तफ्तीश की जा रही है तफ्तीश के पश्चात् और भी खुलासे हो सकते है

कोमेन्द्र सोनकर, दुर्ग
Last Updated : Jan 8, 2020, 7:39 PM IST
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