दुर्ग: बठेना में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की संदिग्ध मौत के मामले में सोमवार को बीजेपी विधायक दल बठेना पहुंचे. पूर्व सीएम रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक समेत पार्टी के विधायक बठेना पहुंचे. जहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात की. बीजेपी विधायकों ने घटना स्थल का जायजा लिया. परिजनों समेत ग्रामीणों से चर्चा भी की. इस दौरान बीजेपी ने परिजनों को एक लाख रुपए आर्थिक सहायता का एलान किया. पूर्व सीएम रमन सिंह और नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
विधानसभा में गूंजा मामला
बठेना कांड का मामला सोमवार को विधानसभा में गूंजा. बीजेपी विधायकों ने बठेना कांड को लेकर सरकार को घेरा. विपक्षी विधायकों ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए भूपेश सरकार को आडे़ हाथों लिया. बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने शून्यकाल में हत्या मामले पर स्थगन देकर चर्चा कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि सरकार पर जमीन माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया. दुर्ग में जमीन माफिया के कारण हत्याएं हो रही है. सरकार हत्यारों को बचाने की कोशिश कर रही है.पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने स्थगन प्रस्ताव पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग की.
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम गंभीरतापूर्वक जांच कर रही है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री के विधानसभा में पहले खुड़मुडा में एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या हुई. अब उनके ही विधानसभा में एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हुई. यह आत्महत्या नहीं है, यह हत्या है. हत्या को आत्महत्या बताया जा रहा है. झूठा आत्महत्या का पत्र बनाया गया है. उन्होंने कहा कि बिना जांच के आत्महत्या बताना उस परिवार और जनता के साथ अन्याय है.
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क्या है बठेना कांड?
दुर्ग के बठेना गांव में शनिवार को एक ही परिवार के 5 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है. पाटन थाना से महज 3 किलोमीटर दूर गायकवाड़ परिवार के पांच लोगों की संदिग्ध मौत से हड़कंप मच गया है. पिता-पुत्र की एक ही फंदे में झूलते हुए लाश मिली. वहीं पास ही एक पैरावट में तीन लाश और मिली. बठेना की घटना के बाद दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक प्रशांत ठाकुर ने घटनास्थल का जायजा लिया. पुलिस के मुताबिक गायकवाड़ परिवार के मुखिया राम बृज की पत्नी जानकी बाई और उसकी दोनों बेटियां ज्योति और दुर्गा की हत्या कर उनके शव को पैरावट में ले जाकर जला दिया गया है. इसके बाद बेटे की हत्या कर घर के मुखिया ने खुद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है.