दुर्ग: फर्जी ईडी अधिकारी बनाकर चावल व्यापारी से 2 करोड़ की ठगी मामले में पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है. महिला मास्टरमाइंड की पत्नी है और पैसों को ठिकाने लगाने का काम करती थी. आरोपियों को महाराष्ट्र से गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया. मामले में अभी भी 3 आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश के लिए पुलिस की एक टीम गुजरात गई है. पुलिस ने आरोपियों के पास से 1 करोड़ 26 लाख से अधिक नकद और दो कार जब्त किया है.
आरोपियों ने इस तरह वारदात के दिया था अंजाम: मोहन नगर थाना क्षेत्र में 27 जून को पारख कॉम्प्लेक्स ग्रीन चौक स्थित चावल व्यापारी विनीत गुप्ता के ऑफिस में आरोपी ईडी अधिकारी बनकर पहुंचे. ऑफिस की तलाशी के दौरान 2 करोड़ नकद मिलने पर व्यापारी को मनी लांड्रिंग के केस में जेल भेज की धमकी दी. नकदी को जब्त करके व्यापारी को अपने साथ लेकर चले गए. राजनांदगांव के सोमनी टोल प्लाजा के पास विनीत गुप्ता को उतार दिया और पैसे लेकर चंपत हो गए. पीड़ित चावल व्यापारी विनीत गुप्ता ने इस पूरे मामले की जानकारी मोहन नगर पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस अपराध दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी में जुट गई.
मालवीय नगर के होटल से मिला सुराग: शिकायत मिलने के बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुट गई. इस बीच मालवीय नगर चौक के एक होटल में गिरीश वालेचा नाम का व्यक्ति की जानकारी मिली, जो घटना से ठीक एक दिन पहले आकर रुका हुआ था. होटल से पुलिस को गिरीश वालेचा का आधार कार्ड मिला. गिरीश वालेचा के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि गिरीश वालेचा ने सितंबर 2022 में खुद को सीआईडी ऑफिसर बताकर मुंबई के गोरेगांव में ठगी की थी. दुर्ग पुलिस ने गोरेगांव पुलिस से संपर्क किया गया और सीसीटीवी फुटेज भेजकर गिरीश वालेचा का मिलान किया. पहचान होने के बाद दुर्ग पुलिस मुंबई पहुंची और घेराबंदी कर गिरीश वालेचा को गिरफ्तार किया.
गिरीश वालेचा ने उगले बाकी जालसाजों से नाम: गिरीश वालेचा ने पूछताछ इस ठगी में मुंबई के अब्दुल हमीद, श्रीधर पिल्ले, जीवा आहिर, रोहित पाठक, मंगल पटेल, कृष्णा श्रीमाला, किशोर चौबल, नासिक के संजय आईरे, राशिद, शाहिद, हाशिम और गिरीश की पत्नी नगमा अंसारी के शामिल होने की बात कबूल की. गिरीश वालेचा की पत्नी नगमा अंसारी ठगी के पैसों को छिपाया था. पुलिस ने गिरीश वालेचा समेत सात आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया. वहीं संजय आईरे और नगमा के नासिक में पकड़ा. गिरफ्तार सभी 9 आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया है. वहीं राशिद, शाहिद और हाशिम अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल कार एमएच 03 जेड 7411, एमएच 04 केडब्ल्यू 06037, जेवरात, बैंक पासबुक, मोबाइल भी बरामद किया है.
व्यापारी विनीत गुप्ता को एक तीसरे व्यक्ति ने किसी बिजनेस में पैसा लगाकर मोटा मुनाफा देने का झांसा दिया और दो करोड़ रुपए निकलवाकर रखवाया था. आरोपी ईडी अधिकारी बनकर पहुंचे और सर्च का नाटक किया. पैसा जब्त कर विनीत गुप्ता को अपने साथ ले गए और राजनांदगांव में टोल प्लाजा के छोड़कर फरार हो गए थे. मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही 1 करोड़ 26 लाख कैश बरामद किया गया है. 3 फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम को गुजरात भेजा गया है. -शलभ सिन्हा, एसपी दुर्ग
आरोपियों ने ठगी के पैसों से खरीदी महंगी ज्वेलरी और गाड़ी: आरोपियों ने चावल व्यापारी से ठगी करने के बाद रकम का बंटवारा कर लिया. आरोपियों ने 2 लाख 20 हजार के जेवरात, बाइक और 1 लाख 20 हजार का परफ्यूम समेत अन्य सामान खरीदा, जिसे पुलिस टीम ने जब्त किया है. आरोपी अब्दुल हामिद मुंबई में 5 आरोपों में फरार चल रहा था, जिसे पहली बार पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
फरार आरोपियों को खोजने गुजराज भेजी गई टीम: फरार राशिद, शाहिद और हाशिम के बारे में जानकारी मिलने पर पुलिस की एक टीम गुजरात भेजी गई है. टीम गुजराज में फरार आरोपियों की तलाश कर रही है. पुलिस ने उनसे भी कुछ कैश बरामद होने की संभावना जताई है.