भिलाई: डबरापारा के एनएच पर रेलवे का ओवर ब्रिज बन रहा है. जिसके लिए मेड इन जर्मनी से हाइड्रोलिक जैक मंगाया गया था.अज्ञात चोरों ने ब्रिज में लगे हाइड्रोलिक जैक को चुरा लिया था. निर्माणधीन ब्रिज में सुरक्षा का काम देखने वाले कीर्तन दत्त ने चोरी की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने स्पेशल टीम बना कर मामले में कार्रवाई शुरु की. मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया. जिनमें एक नाबालिग भी है. पकड़े गए आरोपियों ने ब्रिज निर्माण में लगे 4 हाइड्रोलिक जैक सपोर्ट और लोहे के प्लेट सहित अन्य सामान की चोरी की थी.
"हाइड्रोलिक जैक जिस जगह से चोरी हुआ था. वहां रेलवे का ओवर ब्रिज है. गनीमत थी कि जैक के चोरी होने के बाद कोई अनहोनी घटना नहीं हुई. वरना बड़ा जानमाल का नुकसान भी हो सकता था. आरोपी जैक चोरी करने के बाद उसे बेचने के लिए कबाड़ी की तलाश कर रहे थे. लेकिन पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए पकड़े गए आरोपी में दुष्यंत ठाकुर,राहुल साहू,मोहन निर्मलकर समेत एक नाबालिग भी शामिल है. पुलिस ने चोरों के पास से 10 लाख का समान बरामद किया है." -अभिषेक पल्लव, दुर्ग एसपी
सोते रहे मजदूर और हो गई चोरी: घटना के समय निर्माणधीन रेलवे ब्रिज के नीचे 8 मजदूर रात में सोए हुए थे. उसी समय चोर ऊपर ब्रिज में सपोर्ट के लिए लगाए गए जर्मन हाइड्रोलिक जैक को उड़ा ले गए. चोरों ने जब धीरे धीरे 4 हाइड्रोलिक जैक सहित लोहे के प्लेट पर हाथ साफ कर दिया. तब कहीं मजदूर नींद से जागे. आरोपियों ने 90-90 किलो के हाइड्रोलिक जैक को आसानी से पार कर दिया. पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी पहले इसी जगह गार्ड की नौकरी करता था. गार्ड की नौकरी के दौरान सभी गतिविधियों की जानकारी लेकर उसने अपने ग्रुप को इसकी जानकारी दी. फिर चोरी की वारदात को अंजाम दिया
हाइड्रोलिक जैक नहीं मिलने की स्थिति में निर्माण कार्य में 4 महीने और देरी होता. इस जैक को जर्मनी से इंपोर्ट कर मंगाना पड़ता है. जिसमें 4 महीने लग जाते हैं. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जैक चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है.