धमतरी : अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन संपन्न हो गया है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदिर निर्माण का भूमिपूजन करने के साथ ही मंदिर की आधारशिला रखी. इस मौके पर देश में जगह-जगह आतिशबाजी के साथ ही कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इस कड़ी में धमतरी जिले के कुरुद के राम मंदिर में भी हवन पूजन का कार्यक्रम हुआ, जिसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान विधायक अजय चंद्राकर शामिल हुए.
मीडिया से चर्चा करते हुए विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि पूरे विश्व में सनातन धर्म के प्रेमी और भारतीय सांस्कृतिक, परंपराओं और मूल्यों को जो भी समझते हैं, वे जानते हैं कि राम का क्या महत्व है. विदेशी सोच के लोगों ने सामाजिक मूल्यों को नष्ट करने का प्रयास किया और जगह को विवादित बनाने की भी कोशिश की, लेकिन वो लोगों की गहराइयों में रचे बसे राम को नहीं मिटा सके. मंदिर निर्माण के लिए लोगों ने आंदोलन करने के साथ ही बलिदान भी दिया है. आज सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा है.
'करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं की हो रही है प्रतिपूर्ति'
विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि इससे करोड़ों लोगों की आकांक्षाओं की प्रतिपूर्ति हो रही है. लोगों में सिर्फ भावनात्मक लगाव ही नहीं, बल्कि देश उस दिशा में भी बढ़ रहा है, जो कल्पना रामराज्य की थी. धारा 370,35A,तीन तलाक काम खत्म होना इस बात की ओर इशारा करता है कि भारत आजादी के बाद अब असल मायने में भारत बन रहा है.
विधायक अजय चंद्राकर ने कांग्रेस पर कसा तंज
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस स्पष्ट कर ले कि राजीव गांधी ने 1986 या 1989 में मंदिर का शिलान्यास किया था. उन्होंने आगे कहा कि संविधान संशोधन के संतुलन की कोशिश की गई और उसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. हाईकोर्ट में सुनवाई टल गई. वहीं हलफनामे में राम को काल्पनिक बताया गया. उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण नहीं होना चाहिए, बल्कि सबका सम्मान होना चाहिए और आज इस सरकार में यह सब संभव हो पा रहा है.
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विधायक अजय चंद्राकर ने राम मंदिर निर्माण के लिए कुरूद क्षेत्र से हर संभव योगदान देने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि आज का यह दिन किसी उत्सव से कम नहीं है और अभी समाज के लिए यह गौरव का दिन है. उन्होंने लोगों से इस दिन को उत्सव के रूप में मनाने की बात कही है और इसके लिए समर्पित रहने के लिए आह्वान भी किया है.
कुरुद के राम मंदिर का 250 साल पुराना है इतिहास
गौरतलब है कि राम मंदिर के शिलान्यास को यादगार बनाने के लिए कुरुद के राम मंदिर में 4 अगस्त से कीर्तन,रामायण पाठ सहित विभिन्न आयोजन किया गया है. वहीं क्षेत्र के लगभग सभी मंदिरों में भी कई तरह के आयोजन किए गए हैं. बता दें कि कुरुद के राम मंदिर का इतिहास करीब 250 साल पुराना है.