धमतरी: सोमवार को महिला स्व सहायता समूह की सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धमतरी कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में स्व सहायता समूह की महिलाओं ने उन्हें रोजगार दिलाने की मांग की है.
दरअसल स्व सहायता समूह की महिलाओं का कहना है कि शहर में विभिन्न वार्डों की बेरोजगार महिलाएं आत्मनिर्भर बन सकें, इसके लिए काम की आस में स्व सहायता समूह का गठन किया गया. लेकिन उन्हें काम नहीं मिलने से वह घर पर ही बैठे रहती हैं. जिसके लिए उन्होंने रोजगार दिलाने के लिए कलेक्टर को आवेदन के जरिए बताया है कि, जिस तरह ग्रामीण स्तर पर स्व सहायता समूह की महिलाओं को शासन राज्य ग्रामीण आजीविका बिहान के तहत काम दे रही है, उसी तरह शहर की स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए भी कार्य योजना बनाकर उन्हें भी काम दिया जाए. जिससे वे आत्मनिर्भर होकर परिवार का भरण पोषण अच्छे से कर सकें.
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80 फीसदी महिलाएं है स्वरोजगार: कलेक्टर
कलेक्टर का कहना है कि स्व सहायता समूह की महिलाओं को शासकीय काम नहीं दिया जाता है. समय-समय पर हमारे जो शासकीय काम इन्हें देने के लिए होते हैं तो वो इन्हें दिया जाता है. स्व सहायता समूह की महिलाएं स्वरोजगार का भी काम करती हैं. कलेक्टर ने बताया कि हमारे जिले में 18 हजार स्व सहायता समूह की महिलाएं हैं. जिनमें से 80% महिलाएं अपना निजी काम कर रही हैं.
आवेदन पात्रता वाले को ही मिलेगा काम
कलेक्टर का कहना है कि ऐसी कोई स्कीम नहीं है. शासकीय काम देने के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं के लिए विधिवत आवेदन पत्र आमंत्रित किए जाते हैं. जिनमें से जो पात्र होता है उन्हें उनका लाभ दिया जाता है. कलेक्टर ने कहा कि मुझे इस संबंध में ज्ञापन मिला है. जिसके लिए आयुक्त को बोला गया है कि यदि शासन का अगर कोई काम स्व सहायता समूह की महिलाओं को अगर उन्हें दे सकते हैं तो विधिवत आवेदन करके पात्र समूह का चयन कर सकते हैं.