धमतरी: करेली बड़ी रेत खदान के विरोध में गांव के लोगों ने प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां बेखौफ होकर रेत खनन का खेल खेला जा रहा है. ठेकेदार की मनमानी से तंग आकर ग्रामीणों ने प्रदेश के सीएम, जिले के प्रभारी मंत्री समेत कलेक्टर से कई बार शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी. लेकिन कार्रवाई नहीं की गई है. करेली बड़ी के सभी ग्रामीण गांव में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं.
जब बीच सड़क पर ग्रामीणों को सुनाने लगे कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य
हड़ताल कर रहे ग्रामीणों में शासन-प्रशासन के प्रति आक्रोश है. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की जा रही है. दरसअल करेली बड़ी के ग्रामीणों ने सैकड़ों की संख्या में पहुंचकर शुक्रवार को जिला मुख्यालय में कलेक्ट्रेट का घेराव कर रेत खदान तत्काल बंद करने की मांग की थी. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया था. रेत खदान बंद नहीं हुए तो ग्रामीण खदान बंद कराने की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए. आज ग्रामीण गांव में ही अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों के पास कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि खदान बंद नहीं हुआ तो लगातार धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
अवैध रेत उत्खनन के विरोध में ग्रामीणों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
नहीं बंद होगा खदान: कलेक्टर
शुक्रवार को करेली बड़ी के ग्रामीणों करीब 3 घंटे तक करेली बड़ी में परिसर के सामने धरने पर बैठे हुए थे. उनका कहना था कि कलेक्टर उनसे आकर मिले. अपर कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर को उन्होंने वापस भी लौटा दिया था. ग्रामीण कह रहे थे कि हमें कलेक्टर से ही मिलना है. कुछ समय बाद कलेक्टर अपनी वाहन से निकले तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया. कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए उन्हें फटकार भी लगाई. कलेक्टर ने कहा कि दो घंटे से मैं आप लोगों को चेंबर में बुला रहा हुं. लेकिन आप लोग नहीं आये. कलेक्टर का कहना है कि रेत खदान बंद नहीं होगी. ग्रामीणों से चर्चा कर हल निकाला जाएगा.