धमतरी: छोटी उम्र में बड़ी उड़ान, इस कहावत को वैदिशा शेरेकर चरितार्थ कर रही है. महज ढाई साल की उम्र में वैदिशा शेरेकर का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है. वैदिशा करीब-करीब सभी देशों की राजधानियों के नाम और झंडे आसानी से पहचान लेती है. वैदिशा महाराष्ट्र के चंद्रपुर की निवासी है. उसकी उम्र महज 2 साल 9 माह है. चंद्रपुर से वह अपनी मौसी के घर धमतरी पहुंची तो ETV भारत की टीम ने इस बच्ची की इस अनोखी खूबी के बारे में जाना.
चुटकियों में बताती है 195 देशों की राजधानियों के नाम
वैदिशा की याददाश्त शुरू से ही काफी अच्छी है. उसकी इस खूबी के कारण हर कोई हैरान हो जाता है. ये बच्ची अगर किसी बात को याद कर ले तो फिर उसे भूलती नहीं है. घर व आसपास के लोग उसके इस टैलेंट की तारीफ करते नहीं थकते. किसी भी देश के झंडे दिखाते ही वैदिशा उस देश का नाम और वहां की राजधानी का नाम बता देती है.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हुआ नाम
इन नन्ही बच्ची की मां दीपाली शेरेकर बताती है कि वैदिशा को कोई भी बात सिर्फ एक बार बताने की जरूरत है. एक बार सुनने के बाद ही वो उस बात को याद रख लेती है. वैदिशा की मौसी शुभांगी थिते ने बताया कि लगभग 2 साल 6 महीने की उम्र में वैदिशा का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हुआ है. अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस नन्ही बच्ची का नाम दर्ज होने जा रहा है. लगभग तीन से चार मिनट में तोतली बोली में वैदिशा 195 देशों की राजधानियों के नाम बताती है.
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नन्हीं सी डिक्शनरी गर्ल
गूगल बॉय कौटिल्य को तो आप सब जानते है. इन्हीं की तरह वैदिशा भी नन्हीं सी डिक्शनरी गर्ल है. जो तोतली आवाज में इतनी तेजी से देशों की राजधानियों के नाम बता रही है. वैदिशा जब ढाई साल में अपने छोटे से दिमाग में इतना कुछ याद रख सकती है तो आगे जाकर और कितना कुछ याद रखेगी.