धमतरी: धमतरी में लगातार दूसरे दिन किसान संगठनों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. बुधवार को छत्तीसगढ़ किसान यूनियन ने विरोध प्रदर्शन किया और लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने की मांग की. किसानों ने रबी फसल को बचाने के लिए गंगरेल से पानी छोड़ने की मांग की है. इसके अलावा बिजली कटौती और लो वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन से मांग रखी है. किसान, जल संसाधन विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों को बुलाकर सीधे बात करने के लिए अड़े रहे
गंगरेल बांध से पानी देने की मांग: किसानों ने ग्रीष्मकालीन धान की फसल को बचाने के लिए गंगरेल बांध से पानी दिए जाने की मांग की है. गर्मी की दस्तक के साथ ही धमतरी में वाटर लेवल डाउन हो गया है. अगर सही समय पर फसलों की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलेगा तो धान की फसल बर्बाद हो जाएगी. चूंकि इस वर्ष भारी बारिश के चलते गंगरेल बांध में पर्याप्त पानी भरा हुआ है. इसलिए समय रहते नहर में पानी छोड़ा जाये ताकि फसल बच सके
क्या है किसानों का कहना: किसान नेता लीलाराम साहू ने कहा कि "रेत उत्खनन के चलते नदी किनारे गांवों का जल स्तर नीचे चला गया है. निस्तारी के लिए पानी छोड़े जाने से जल स्तर भी बढ़ सकता है. किसानों ने आगे कहा कि बिजली कटौती एवं लोवोल्टेज की समस्या को दूर किया जाये. 24 घंटे बिजली मिलने से खेतों में धान की फसल को काफी हद तक बचाया जा सकता है.विद्युत विभाग की लापरवाही से लोवोल्टेज की समस्या बनी हुई है. 8 से 10 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है. अगर हमारी मांगें नहीं पूरी हुई तो आने वाले दस दिनों में दोबारा किसान संघ बड़ा आंदोलन करंगे"
घर के उपयोग के लिए भी पानी की हो रही किल्लत: किसान यूनियन के प्रदेश संयोजक लीलाराम साहू ने कहा कि नदी किनारे गांवों में जल स्तर घट जाने के कारण पंपों से पर्याप्त पानी नहीं निकल रहा है. अब तो घरेलू उपयोग के लिए भी पानी नहीं मिल पा रहा है. दर्री, खरेंगा, सारंगपुरी, देवपुर, झिरिया, नवागांव, कंडेल, खरतुली, परसतराई मुजगहन, लोहरसी आदि क्षेत्रों में लो वोल्टेज की समस्या, विद्युत कटौती हो रही है. लोग काफी परेशान हैं.