धमतरी: सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए खेल मैदान की हमेशा कमी बनी रहती थी. पर्याप्त जगह के बावजूद मैदान नहीं मिल पाया. खेल मैदान के लिए जगह तो थी लेकिन यह असमतल थी और गड्ढे भी थे. जमीन समतल करने के लिए शाला प्रबंधन समिति, पालक और ग्रामवासी पिछले 10-12 साल से शासन से मांग करते आ रहे थे. जनप्रतिनिधियों और प्रशासन को कई बार समस्या से अवगत कराया लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया. ऐसे में ग्रामीण युवाओं ने मिशाल पेश करते हुए जनसहयोग कर स्कूल मैदान और बाउंड्री वाल बनाया है. अब धमतरी जिला कलेक्टर पीएस एल्मा भी तारीफ कर रहे हैं.
प्रशासन ने प्लेग्राउंड की ओर नहीं दिया धान
धमतरी जिले के डूबान अंचल में आने वाले ग्राम भिड़ावर में प्राथमिक और माध्यमिक शाला एक ही परिसर में संचालित होती है. यहां बच्चों के लिए खेल मैदान की मांग हमेशा ग्रामीण करते आये हैं. शासन-प्रशासन को कई दफा आवेदन-निवेदन कर चुके हैं, लेकिन आश्वासन के सिवाए उन्हें कुछ भी नहीं मिला.
जनसमुदाय के सहयोग से बना खेल का मैदान
ग्रामीण बताते हैं कि शासन स्तर से कोई पहल नहीं हुई तब ग्रामीणों, शाला प्रबंधन समिति और पालकों ने ग्राम जनसमुदाय के सहयोग से निर्माण करने की ठानी. लोगों ने भी बढ़-चढ़ कर सहयोग किया. बच्चों के लिए खेल मैदान को समतलीकरण करने का काम शुरू किया गया. बहुत बड़े खेल मैदान को मरम्मत कराने में लाखों रुपए खर्च की लागत है. फिर भी भिड़ावर के ग्रामीणों ने अपने बच्चों को खेलने की सुविधा देने की ठान ली है. मैदान लगभग समतल हो चुका है. बाउंड्रीवॉल का भी निर्माण कराया गया है.
धमतरी जिला कलेक्टर पीएस एल्मा ने भी ग्रामीणों की तारीफ की है. उन्होंने कहा है कि यदि कोई भी निर्माण जनसहयोग से होता है तो उसकी देखरेख अच्छे से होती है. इस तरह की पहल अन्य ग्रामीण इलाकों में भी की जानी चाहिए.