धमतरी: जिले में प्रशासन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. रेत खदान में आदिवासी नेता और जिला पंचायत सदस्य के साथ हुए मारपीट के मामले में आदिवासी समाज ने अब खनिज अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है. आदिवासी समाज का आरोप है कि रेत खदान खनिज अधिकारी के शह पर चलाया जा रहा है जबकि खदान बंद करने के आदेश सरकार ने पहले ही दे दिए थे.
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इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में खलबली मच गई. प्रदेश के सीएम भूपेश बघेल ने इस घटना की कड़ी निंदा की और कहा था कि छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह के माफिया को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. साथ ही रेत माफियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई के आदेश पुलिस प्रशासन को दिए थे. जिसके बाद धमतरी पुलिस ने इस घटना में शामिल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं इस घटना के मुख्य आरोपी नागेश्वर चंद्राकर अभी भी पुलिस के गिरफ्त से बाहर है, जिसकी तालाश पुलिस प्रशासन तेजी के साथ कर रही है.
आदिवासी समाज ने दी आंदोलन की चेतावनी
आदिवासी समाज ने आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई को लेकर पुलिस की प्रशंसा करते हुए मुख्य आरोपी को जल्द ही पकड़ने की मांग की है. वहीं खनिज अधिकारी के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.
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वहीं इस घटना के बाद बीजेपी ने भी आक्रोश व्यक्त किया था. रैली निकालते हुए बीजेपी के नेताओं ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा था और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की थी.