धमतरी: सिटी कोतवाली पुलिस को चिटफंड ठगी के मामले में एक बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 24 करोड़ रुपये की ठगी के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी कई साल से फरार चल रहे थे. धमतरी में महानदी एडवाइजरी नाम की कंपनी की साल 2010 में एक शाखा खोली गई थी. जहां करीब 3000 लोगों ने लुभावने योजनाओं में फंस कर 24 करोड़ रुपये निवेश किये थे. साल 2016 में ये कंपनी बंद हो गई और कंपनी के जिम्मेदार लोग भाग गए.
इसके बाद इसकी शिकायत निवेश करने वालों ने पुलिस से की थी. तभी से आरोपियों की तलाश की जा रही थी. आरोपी पुलिस की पकड़ से बचने के लिए लगातार शहर और पता बदलते फिर रहे थे. इस दौरान आरोपियों ने 80 बार मोबाइल फोन और नंबर बदले हैं.
तेलंगाना से गिरफ्तार किये गए आरोपी
निवेशकों के करोड़ों रुपये लेकर फरार हुए महानदी एडवाइजरी कंपनी के तीन डायरेक्टर्स को कोतवाली पुलिस ने तेलंगाना के सिकंदराबाद से गिरफ्तार किया है. इसके बाद आरोपियों को रिमांड पर धमतरी लाया गया है. मामले का खुलासा एसपी बीपी राजभानू और अन्य पुलिस के अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया. वहीं दो डायरेक्टर अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है.
बता दें, सिटी कोतवाली धमतरी और अर्जुनी थाना पुलिस ने मार्च 2019 में चिटफंड कंपनी महानदी एडवाइजरी के 5 डायरेक्टर यशवंत सोनकर, मयंक सोनकर, चित्रसेन साहू, हेमन्त देवांगन और कुलेश्वर के खिलाफ धारा 420, 34 इनामी चिटफंड और धन परिचालन स्कीम 1978 की धारा 4, 5, 6 और छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हितों के संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 6, 10 के तहत अपराध दर्ज किया गया है.