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Pind Daan On Mahalaya In Dhamtari: धमतरी में पितृपक्ष के दौरान महामोक्ष का काम, अनजान मृतकों का किया गया पिंडदान ! - स्वर्गधाम सेवा समिति

Pind Daan On Mahalaya In Dhamtari: धमतरी में स्वर्गधाम सेवा समिति ने अनजान मृतकों का महालया के मौके पर पिंडदान किया. अब तक समिति ने 589 लाशों का अंतिम संस्कार किया है. पिछले कई वर्षों से ये समिति अनजान शवों का अंतिम संस्कार करते आ रही है.

Pind Daan On Mahalaya In Dhamtari
धमतरी में अनजान मृतकों का किया पिंडदान
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 14, 2023, 10:51 PM IST

धमतरी में अनजान मृतकों का पिंडदान

धमतरी: धमतरी के स्वर्गधाम सेवा समिति की ओर से अनजान मृतकों के अंतिम संस्कार के साथ ही उनका पिंडदान और तर्पण शनिवार को किया गया. शनिवार को महालया के मौके पर पितरों के पिंडदान का खास महत्व होता है. रुद्रेश्वर महादेव घाट पर स्वर्गधाम सेवा समिति ने अनजान मृतकों का पिंडदान और तर्पण किया. पंडित रामअवतार तिवारी ने विधि विधान से सभी 587 अनजान मृतकों का पिंडदान और तर्पण कराया. महानदी के रूद्रेश्वर घाट में तर्पण के बाद मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.

40 अस्थियों का किया जाएगा पिंडदान: इस बारे मेंस्वर्गधाम सेवा समिति के महासचिव अशोक पवार ने कहा कि, " हम सबके अंदर इंसानियत पैदा हो, इसी उद्देश्य को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. समिति 20 साल से यह काम कर रही है. इसमें सभी शहरवासियों का सहयोग मिलता है. आज हमारे लिए पितरों का महत्व जानना बेहद जरूरी है. सौभाग्य की बात है कि आने वाले समय में स्वर्गधाम सेवा समिति भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में 20 साल से रखे 40 अस्थियों का हिन्दू रीति रिवाज से पिंडदान किया जाएगा. कुछ कानूनी प्रक्रिया के बाद अस्थियां हमे हैंडओवर की जा रही है."

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2004 में बनी सस्था: बता दें कि साल 2004 में धमतरी में स्वर्गधाम सेवा समिति बनाई गई. इस समिति ने आज तक जिले के एक भी शव को लावारिश नहीं कहलाने दिया. इस संस्था के अध्यक्ष और महासचिव 25 साल पहले धमतरी के जिला अस्पताल में पड़ी एक लाश को देख परेशान हो गए. वो लाश लावारिश थी. इसके बाद उन्होंने समिति का निर्माण किया. फिर ऐसे शवों का कानूनी प्रकिया के तहत अंतिम संस्कार करना शुरू किया. साथ ही संस्था की ओर से पितृपक्ष के मौके पर तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है.

धमतरी में अनजान मृतकों का पिंडदान

धमतरी: धमतरी के स्वर्गधाम सेवा समिति की ओर से अनजान मृतकों के अंतिम संस्कार के साथ ही उनका पिंडदान और तर्पण शनिवार को किया गया. शनिवार को महालया के मौके पर पितरों के पिंडदान का खास महत्व होता है. रुद्रेश्वर महादेव घाट पर स्वर्गधाम सेवा समिति ने अनजान मृतकों का पिंडदान और तर्पण किया. पंडित रामअवतार तिवारी ने विधि विधान से सभी 587 अनजान मृतकों का पिंडदान और तर्पण कराया. महानदी के रूद्रेश्वर घाट में तर्पण के बाद मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई.

40 अस्थियों का किया जाएगा पिंडदान: इस बारे मेंस्वर्गधाम सेवा समिति के महासचिव अशोक पवार ने कहा कि, " हम सबके अंदर इंसानियत पैदा हो, इसी उद्देश्य को लेकर यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. समिति 20 साल से यह काम कर रही है. इसमें सभी शहरवासियों का सहयोग मिलता है. आज हमारे लिए पितरों का महत्व जानना बेहद जरूरी है. सौभाग्य की बात है कि आने वाले समय में स्वर्गधाम सेवा समिति भिलाई के रामनगर मुक्तिधाम में 20 साल से रखे 40 अस्थियों का हिन्दू रीति रिवाज से पिंडदान किया जाएगा. कुछ कानूनी प्रक्रिया के बाद अस्थियां हमे हैंडओवर की जा रही है."

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2004 में बनी सस्था: बता दें कि साल 2004 में धमतरी में स्वर्गधाम सेवा समिति बनाई गई. इस समिति ने आज तक जिले के एक भी शव को लावारिश नहीं कहलाने दिया. इस संस्था के अध्यक्ष और महासचिव 25 साल पहले धमतरी के जिला अस्पताल में पड़ी एक लाश को देख परेशान हो गए. वो लाश लावारिश थी. इसके बाद उन्होंने समिति का निर्माण किया. फिर ऐसे शवों का कानूनी प्रकिया के तहत अंतिम संस्कार करना शुरू किया. साथ ही संस्था की ओर से पितृपक्ष के मौके पर तर्पण और पिंडदान भी किया जाता है.

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