धमतरी: पूरा देश आज 12 जनवरी को विवेकानंद जी का जन्म दिवस मना रहा है. धमतरी में भी स्वामी विवेकानंद के नाम पर एक चौक का नामकरण किया गया है. साथ ही एक मूर्ति भी उनकी लगाई गई है. लेकिन सही रखरखाव के अभाव में मूर्ति जर्जर हालत में है. आज जयंती है तो लोग आये हैं. कल इसे देखने वाला भी कोई न मिलेगा.
क्या है पूरा मामला: धमतरी के रत्नाबांधा गांव के चौराहे का नामकरण स्वामी विवेकानंद के नाम पर किया गया. साथ ही उनकी एक मूर्ति भी लगाई गई है. लेकिन इस मूर्ति और उसके पूरे स्ट्रक्चर की हालत देखेंगे तो पता चलेगा कि यह पूरी चौक जर्जर हालत में है. स्वामी विवेकानंद जी के मूर्ति के नीचे जो बेस हैं, वह पूरा खोखला हो चुका है. यह ढांचा पूरी तरह से कमजोर है और किसी भी दिन यह ढांचा गिर सकता है.
"इस समस्या की जानकारी उन्हें जैसे ही लगी, मैने स्वामी विवेकानंद जी की मूर्ति की सुधार और मरम्मत के लिए अपने अधिकारियों को निर्देशित कर दिया है. जल्द सुधार किया जाएगा." - विजय देवांगन, महापौर, नगर निगम धमतरी
मूर्ति की मरम्मत कराने की जरूरत: दरअसल, सिर्फ एक दिन ही पूछ परख करने से क्या होगा. महापुरुषों की मूर्ति की देखरेख हमेशा की जानी चाहिए. स्वामी विवेकानंद जी के मूर्ति और चौराहे के ढांचे का जल्द ठीक से मरम्मत कराने की जरूरत है. ताकि यहां कोई घटना न घट जाए. मूर्ति की खराब हालत इस बात का गवाह है महापुरुषों की मूर्तियां तो लगा दीं जाती है, लेकिन सही रखरखाव नहीं किया जाता.