धमतरी: कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं. कोरोना का असर धार्मिक स्थलों पर भी पड़ा है. इस बीच शहर के विंध्यावासिनी मंदिर में एक नई पहल की गई है. यहां सेंसर से बजने वाली घंटी आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. श्रद्धालु मंदिर की घंटी बजाने के लिए हाथ ऊपर नहीं उठाते बल्कि सेंसर युक्त मशीन के पास हाथ आगे करते हैं और इसके बाद घंटी खुद-ब-खुद बजने लगती है.
दरअसल कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए सरकार ने सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों में जाने पर रोक लगा रखी थी, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था और मांग को देखते हुए सरकार ने मंदिरों को नियम और शर्तों के साथ खोलने की अनुमति दी. इन नियमों में मंदिर में घंटियां बजाने की भी मनाही शामिल है.
सेंसर के सामने हाथ रखने से बजती है घंटी
बता दें कि यह घंटी टचलेस और ऑटोमेटिक है, जो इस मशीन के सामने हाथ दिखाने पर सेंसर के माध्यम से अपने आप बजती है. वहीं इन दिनों सेंसर वाली घंटी को लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. सेंसर वाली घंटी बजाने के लिए श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं. बता दें कि शहर के जनहित चिंतक सेवा समिति के युवाओं ने सेंसर वाली घंटी मां विंध्यवासिनी मंदिर ट्रस्ट को दी है.
मंदिर समिति की इस पहल को लेकर श्रद्धालु तारीफ कर रहे हैं, तो वहीं मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि भक्तों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए मंदिर में सेंसर वाली घंटी लगाई गई है. इससे संक्रमण का खतरा भी नहीं है.
कोई भी व्यक्ति जब मंदिर जाता है, तो सबसे पहले अपना हाथ घंटी बजाने के लिए ही उठाता है. लेकिन कोरोना काल ने मंदिरों से घंटियों की गूंज ही छीन ली है. वहीं धमतरी के देवी मंदिर में इस पहल से लोग खुश हो रहे हैं.