धमतरी : जिले में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शादी करने के मामले में मौन रैली के बाद अब सर्व समाज ने शहर बंद कराया है. सर्व समाज के इस बंद के आह्वान का धमतरी में खासा असर दिखा. शहर की करीब सभी दुकानें बंद रही.
सर्व समाज के प्रतिनिधि शहर में घूम-घूमकर दुकानें बंद करने की अपील करते नजर आए. इधर बंद के मद्देनजर शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
ये था मामला
दरअसल युवती के पिता ने आरोप लगाया था कि 17 मार्च 2019 को अचानक धमतरी पुलिस उनके घर से बेटी को ले गई और उसे सखी सेंटर में रख दिया और अब सखी सेंटर में उन्हें उनकी बेटी से मिलने नहीं दिया जा रहा है.
- जबकि इब्राहम सिद्दीकी अब आर्यन आर्य का परिवार और उसका वकील उससे लगातार मुलाकात कर रहे हैं. लड़की के पिता ने संदेह जताते हुए कहा था कि मामले में किसी और का हाथ भी हो सकता है.
- गौरतलब है कि सखी सेंटर में रह रही युवती से उसके पिता को नहीं मिलने दिए जाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी.
- याचिका में लव जिहाद का आरोप लगाया गया था. जिसपर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने एसपी, कलेक्टर के साथ सभी संबंधित अधिकारियों और सखी सेंटर की अधीक्षिका को नोटिस जारी किया था.
इधर इब्राहम सिद्दीकी (आर्यन आर्य) को कोर्ट से जमानत मिल गई है. वहीं इसके पीछे सर्व समाज ने पुलिस की लापरवाही को कारण बताते हुए सड़क पर उतरने का फैसला किया था.
ये है घटनाक्रम
- हिन्दू धर्म की एक युवती ने दूसरे धर्म के लड़के से शादी कर ली थी.
- दोनों की शादी फरवरी 2018 में रायपुर के एक आर्य समाज मंदिर में हुई थी.
- शादी से पहले युवक ने धर्म परिवर्तन करते हुए आर्यन आर्य बन गया था.
- इसके बाद लड़की के परिजनों ने मामले में कोर्ट की शरण ली थी.
- जिसके बाद कोर्ट के निर्देश पर बेटी को वापस परिजनों को सौंप दिया गया था.
- कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए आर्यन आर्य ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.
- जिसमें आर्यन आर्य अपनी पत्नी को वापस पाने की गुहार लगाई थी. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने लड़की के पक्ष में फैसला दिया था.
ये मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और लड़की फिलहाल रायपुर के सखी सेंटर में है.