धमतरी: जिले के कुरुद विधानसभा क्षेत्र के कोकड़ी (खैरा) ग्राम पंचायत में इन दिनों मुरुम का अवैध खनन जारी है. ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच मनमाने तरीके से मुरूम खनन का काम करा रहा है. तालाब में किसी भी जगह पर मुरूम खनन कर गहराई करना लोगों के लिए खतरा बन सकता है.
कोकड़ी (खैरा) के सरपंच टिकेश साहू का कहना है कि मुरूम का उपयोग गौठान के लिए किया जा रहा है. जब सरपंच से अनुमति के संबंध में पूछा गया तो, उनके पास तालाब में खुदाई कराने के लिए न तो अनुमति पत्र मिली, न रॉयल्टी पर्ची.
गौठान के लिए मुरूम ले जाने का हवाला
सरपंच ने प्रस्ताव दिखाने की बात पर कार्रवाई बैठक की रजिस्टर दिखाई और खनिज विभाग का परमिशन दिखाने की बात पर अनुमति के लिए लगाए गए आवेदन को दिखाया. इसी से पता चलता है कि अवैध मुरूम खन का खेल किस तरह चल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि खनिज और राजस्व विभाग के अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी वे किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं.
कंपनी ने नहीं दिया है किसी तरह का कोई आवेदन
सरपंच टिकेश साहू का ये भी कहना है कि कुरुद से धमतरी नेशनल हाईवे के लिए जेकेसी कंपनी के लिए मुरूम खनन प्रस्तावित किया गया है, हालांकि बैठक रजिस्टर में इसकी कोई जानकारी लिखी नहीं मिली. खास बात यह भी है कि जिस कंपनी को प्रस्तावित होने की बात वे कह रहे हैं, उस कंपनी ने अनुमति के लिए कोई आवेदन दिया ही नहीं है. सरपंच का ये भी कहना है कि तालाब गहराई के लिए किसी तरह के कोई दिशा-निर्देश जारी नहीं किए गए हैं.
कब तक होगी कार्रवाई
बहरहाल अब देखना यह होगा कि अवैध मुरूम खनन और परिवहन पर प्रशासन कब तक कार्रवाई करता है.
मुख्यमंत्री ने दिए थे सख्त कार्रवाई के निर्देश
बता दें कि प्रदेश में लगातार बढ़ रहे खनन माफिया को लेकर बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि छत्तीसगढ़ में ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. सीएम भूपेश बघेल ने प्रशासन को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे, लेकिन यहां विभाग की मिलीभगत से जमकर अवैध खनन का खेल चल रहा है.