धमतरी: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव प्रचार ने रफ्तार पकड़ ली है. गांव-गांव में ग्राम सरकार के लिए नेता वोट मांगने पहुंच रहे हैं. जिले में 28 जनवरी को ग्राम की सत्ता के लिए जनता मुहर लगायेगी. लेकिन इसके पहले हमने ETV भारत के जरिए जानी 'रूर्बन मिशन योजना' के तहत आने वाले गांव लोहरसी में जनता की राय.
जिले के लोहरसी गांव उन गांवों में शामिल है, जिन्हें शहर के तर्ज पर विकास कार्य किया जाना है. इस गांव में करोड़ों के विकास कार्य हुए, लेकिन इन विकास कार्यो में भ्रष्टाचार के आरोप भी लग रहे हैं. फिलहाल यहां सरपंच के लिए एक बार फिर भाजपा-कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. जो चुनाव जीतने के बाद गांव में विकास के दावे कर रहे हैं.
जनता चुनेगी सरकार
जिला मुख्यालय से लगे ग्राम लोहरसी की आबादी 4500 के आसपास है. यहां 4 हजार मतदाता हैं, जो इस बार ग्राम की सरकार चुनेंगे. केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रूर्बन मिशन में शामिल होने के बाद यहां के लोगों को उम्मीद थी कि गांव की तस्वीर बदलेगी और विकास कार्य होंगे. मौजूदा पंचायत प्रतिनिधियों पर भ्रष्टाचार जैसे कई गंभीर आरोप लगे और इन पर जांच भी हुई. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला.
विकास की आस में गांव
ग्राम लोहरसी में पेंशन योजना का बुरा हाल है. बुजुर्गों की माने तो उन्हें पेंशन नहीं मिल रहा है, जबकि पंचायत के द्वारा इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया जाता. ग्रामीणों का कहना है कि 'गांव में आज भी नाली की समस्या जस की तस मौजूद है . नाली का काम अटका हुआ है, इसके अलावा सीमेंट कंट्रीट रोड बनाई गई है, लेकिन वो अभी से उखड़ने लगी है.
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प्रत्याशी कर रहे विकास का दावा
इस बार यहां सरपंच पद के लिए सीट महिला के लिए आरक्षित है. सरपंच पद के लिए इस बार 3 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है, जो भाजपा कांग्रेस समर्थित प्रत्याशियों में से है. इसके अलावा 20 वार्डों में तकरीबन 42 पंच के अभ्यर्थी है जो अपना भाग्य अजमा रहे है. प्रत्याशी दावे कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में वे गांव के लोगों की समस्याओं को दूर करेंगे. साथ ही मूलभूत सुविधाओं का विकास करेंगे.